पटेल नगर में पानी संकट, लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर जताया रोष
जागरण संवाददाता हिसार शहर के पटेल नगर स्थित कई कॉलोनियों में पानी संकट गहरा गया
जागरण संवाददाता, हिसार : शहर के पटेल नगर स्थित कई कॉलोनियों में पानी संकट गहरा गया है। समस्या लेकर लोग एसई के पास गए तो उन्होंने बात नहीं की। इस पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पानी की समस्या को लेकर लोग नगर पार्षद डॉ. महेन्द्र जुनेजा के पास गए और उनके साथ लेकर जनस्वास्थ्य विभाग के एसई से उनकी कोठी पर मिलने पहुंचे। उन्होंने बताया कि सूचना मिलने के बावजूद जनस्वास्थ्य विभाग के एसई अपनी कोठी से बाहर नहीं आए। जब लोगों ने एसई से फोन पर बात की तो उन्होंने जवाब दिया कि आप पहले एक्सईएन से क्यों नहीं मिले और पहले एक्सईएन से बात करो। फिर मुझसे मिलना। लोगों ने उनकी कोठी के बाहर नारेबाजी भी की। पटेल नगर की रेलवे लाइन के नजदीक वाल्मीकि मुहल्ला, आठ मरला कॉलोनी, गांधी नगर, सोनी अस्पताल के सामने राजपूत मुहल्ला व अन्य क्षेत्रों में पिछले एक महीने से वाटर सप्लाई नहीं आने से लोगों के सामने संकट बना हुआ है। आज लोगों में इस समस्या को लेकर रोष बढ़ गया और वे नगर पार्षद डॉ. जुनेजा के साथ जनस्वास्थ्य विभाग के एसई से मिलने उनकी कोठी पर पहुंच गए। लोगों का कहना है कि वाटर सप्लाई और सीवरेज विभाग को हमेशा जनता की सेवा में रहना चाहिए। इनकी 24 घंटे की ड्यूटी होती है। जब भी लोगों के सामने पानी और सीवरेज को लेकर विकट स्थिति आती है तो विभाग के अधिकारियों का कर्तव्य बनता है कि वे जनता की बात को सुनें और उनकी समस्या का शीघ्र निदान करें।
उन्होंने कहा कि पिछले करीब एक महीने से वाटर सप्लाई नहीं आ रही है। इस संबंध में सोमवार को पटेल नगर की जनता एसई कार्यालय में जाएगी। वहां पर एक्सईएन भी मौजूद रहते हैं और एसई भी होते हैं। अपनी समस्या को लेकर एसई से मिलने वालों में बलवान सिंह, महावीर सिंह, जुगती राम, जोगेंद्र गोस्वामी, संतोष पाहवा, सुरेंद्र कौर, शांति देवी, दीक्षा, सुरेश वधवा, पटेल चुघ, दयाराम शर्मा, सीता देवी वधवा, सुमित्रा देवी व अन्य लोग मौजूद थे।
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अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान : डा. जुनेजा
पार्षद डा. महेंद्र जुनेजा ने कहा है कि क्षेत्र में दिन में दो बार पानी की सप्लाई अवश्य मिलनी चाहिए। इस समस्या को लेकर काफी लोगों के फोन आते हैं और वे इस कार्य के लिए हमेशा जनस्वास्थ्य के अधिकारी एक्सईएन, जेई व अन्य अधिकारियों को अवगत कराते रहते हैं लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है। कुछ जगह पानी की सप्लाई तो शुरू कर दी जाती है लेकिन पानी गंदा आता है जो पीने लायक भी नहीं होता। उन्होंने अपील की कि एनजीटी विभाग इस ओर विशेष रूप से ध्यान दें और अफसरों को निर्देश जारी करें ताकि लोगों की समस्या का निदान हो सके।