Move to Jagran APP

दोनों बेटों व बेटी को आर्मी अधिकारी बनाना चाहता था वीरेंद्र, हादसे में छिन गया परिवार का सहारा

एक महीने की छुट्टी पूरी करने के बाद मिर्चपुर गांव का फौजी वीरेंद्र सिंह वापस ड्यूटी पर श्रीनगर जा रहा था। वीरवार रात बस पकड़ने वह सुरेवाला चौक पर खड़ा था। इसी दौरान तेज रफ्तार एंबुलेंस ने फौजी को टक्कर पर मार दी। जिससे फौजी ने दम तोड़ दिया।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 11:48 AM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 11:48 AM (IST)
दोनों बेटों व बेटी को आर्मी अधिकारी बनाना चाहता था वीरेंद्र, हादसे में छिन गया परिवार का सहारा
वीरेंद्र घर का अकेला सहारा था। घर में तीन विधवाओं के अलावा छोटे बच्चे ही नजर आ रहे थे।

हिसार/नारनौंद [सुनील मान]। मिर्चपुर गांव के फौजी की मौत ने पूरे परिवार को हिला कर रख दिया। पांच साल पहले उसके पिता की मौत हो गई थी और दो साल पहले उसके छोटे भाई की भी मौत हो गई थी। आज घर में तीन विधवाओं के अलावा छोटे बच्चे ही नजर आ रहे थे। हर कोई यह ढांढस बांध रहा था कि भगवान को यही मंजूर था। मिर्चपुर गांव के फौजी वीरेंद्र की मौत के बाद उसके घर में कोई भी बड़ा घर को संभालने वाला नहीं बचा। वीरेंद्र की बुजुर्ग माता कृष्णा अपने बेटे की याद में डूबी हुई थी कि एक महीने तक वह हर रोज उसके पास बैठकर ढेर सारी बातें करता था और दिलासा देता था कि पूरे परिवार को वह एकजुट रखेगा। लेकिन अनहोनी के आगे कुछ नहीं हो सकता।

loksabha election banner

पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल

वीरेंद्र की पत्नी मोनिका देवी का रो-रोकर बुरा हाल था उसे क्या पता था कि वह आखरी बार उसका चेहरा देखकर गया था और फिर कभी नहीं देख पाएगा। भविष्य को लेकर उसने ढेर सारी योजनाएं तैयार कर रखी थी। वह अपने बड़े बेटे 14 वर्षीय अमन को और 8 वर्षीय रमन को पढ़ाई में मन लगाकर पढऩे के लिए प्रेरित करता था। 10 वर्षीय बेटी हरप्रीत उसको जान से भी प्यारी थी और वह अपनी बेटी को सेना में उच्च अधिकारी बनने का सपना देखता था। तीनों बच्चों की शिक्षा के लिए वह उनका पूरा ख्याल रखता था। मृतक बीरेंद्र के पिता सतपाल सिंह हरियाणा रोडवेज में कार्यरत थे और वह 5 साल पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उसका छोटा भाई नरेंद्र भी सेना में कार्यरत था और उसकी भी दो साल पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी।

राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

गौरतलब है कि सुरेवाला चौक पर एंबुलेंस ने नारनौंद के मिर्चपुर गांव के फौजी वीरेंद्र सिंह को टक्कर मार दी थी। वीरेंद्र एक महीने की छुट्टी पूरी करने के बाद ड्यूटी पर श्रीनगर जा रहा था। रात को बस पकड़ने के लिए वह सुरेवाला चौक पर खड़ा था। इसी दौरान तेज रफ्तार एंबुलेंस ने उसे टक्कर पर मार दी। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उसके पैतृक गांव मिर्चपुर में उनका अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने एंबुलेंस चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.