रेलवे में नौकरी के नाम पर रोहतक के कई लोगों से ठगे 20 लाख रुपये, थमाए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर
नौकरी के नाम पर रोहतक के कई लोगों से करीब 20 लाख रुपये ठग लिए। यहां तक कि आरोपितों ने नौकरी के फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी पीड़ितों को थमा दिए। ठगी का पता चलने पर पीड़ितों ने रुपये वापस मांगे लेकिन उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।
जागरण संवाददाता, रोहतक : भारतीय रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर दो भाइयों ने अपने चाचा व अन्य के साथ मिलकर कई लोगों से करीब 20 लाख रुपये ठग लिए। यहां तक कि आरोपितों ने नौकरी के फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी पीड़ितों को थमा दिए। ठगी का पता चलने पर पीड़ितों ने रुपये वापस मांगे, लेकिन उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। लाखनमाजरा थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस को दी गई शिकायत में बहुअकबरपुर गांव के रहने वाले बिट्टू ने बताया कि उसके घर पर गिरावड़ निवासी मंजीत, उसके भाई प्रदीप और चाचा विष्णु का आना-जाना था। मंजीत और प्रदीप ने बताया कि उनकी भारतीय रेलवे में अच्छी जान पहचान है। वह काफी युवकों की नौकरी लगवा चुके हैं। तुम्हारे परिवार में कोई बेरोजगार हो तो उसकी भी नौकरी लगवा सकते हैं।
दोनों भाइयों की बातों में आकर बिट्टू ने अपनी पत्नी सरिता और बुआ कविता की नौकरी लगवाने की बात कही। 11 सितंबर 2018 को दो लाख दस हजार रुपये दोनों भाइयों को दे दिए गए। इसी तरह बहुअकबरपुर गांव के रहने वाले सतीश ने अपने भाई सुरेंद्र की नौकरी लगवाने के लिए सात लाख रुपये दे दिए व डेढ़ लाख रुपये हरजीत कौर नाम की महिला के खाते में डलवा दिए। इसके अलावा बिट्टू ने अपने भांजे गोपालपुर निवासी प्रिंस की नौकरी के लिए भी पांच लाख दस हजार रुपये दे दिए। जबकि एक अन्य रिश्तेदार ने भी दो लाख दस हजार रुपये आरोपितों को दे दिए।
ज्वाइनिंग लेटर के बाद कहा भर्ती हो गई रद
आरोपितों ने नौकरी से संबंधित ज्वाइनिंग लेटर दे दिए, लेकिन ज्वाइनिंग नहीं हो सकी। इसके बाद पीड़ितों ने जानकारी जुटाई, जिसमें पता चला कि रेलवे की तरफ से ऐसा कोई दस्तावेज जारी नहीं किया गया। पीड़ितों ने अपने रुपये वापस मांगे, जिस पर आरोपितों ने कहा कि सरकार ने यह भर्ती रद्द कर दी है। इसके बदले में एमसीआइ में क्लर्क की नौकरी पर लगवा देंगे। तब जाकर पीड़ितों को ठगी का पता चला।
जिसके बाद उन्होंने अपने रुपये वापस मांगे। आरोपितों ने रुपये देने से मना कर दिया, लेकिन पुलिस में शिकायत की धमकी देने पर आरोपितों ने आश्वासन दिया कि वह ब्याज समेत यह रकम लौटा देंगे। इतना समय बीतने के बाद भी यह रकम नहीं मिली। अब आरोपित जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ितों का कहना है कि उनसे कुल मिलाकर आरोपितों ने करीब 20 लाख रुपये की ठगी की है।
गृहमंत्री को दी शिकायत, तब हुआ केस दर्ज
पीड़ित पक्ष की तरफ से पूरे मामले की शिकायत गृहमंत्री अनिल विज से की गई, तब जाकर वहां से शिकायत एसपी रोहतक के पास आई और अब लाखनमाजरा थाने में आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित का कहना है कि इससे पहले कई बार पुलिस को शिकायत दे चुके थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। तब उन्होंने गृहमंत्री से शिकायत की थी।