Move to Jagran APP

खेतों में प्रशिक्षण शिविर लगा किसानों को आय दोगुनी करने के बताए जाएंगे तरीके

किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं के प्रभावी क्त्रियान्वयन में अधिकारियों की अहम भूमिका है। किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए अधिकारी पूरी कर्तव्य निष्ठंा व तालमेल के साथ कार्य करें।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 05:03 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 05:03 PM (IST)
खेतों में प्रशिक्षण शिविर लगा किसानों को आय दोगुनी करने के बताए जाएंगे तरीके
खेतों में प्रशिक्षण शिविर लगा किसानों को आय दोगुनी करने के बताए जाएंगे तरीके

जेएनएन, हिसार : किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं के प्रभावी क्त्रियान्वयन में अधिकारियों की अहम भूमिका है। किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए अधिकारी पूरी कर्तव्य निष्ठंा व तालमेल के साथ कार्य करें। यह बात पंचकूला से आए मुख्य विपणन प्रवर्तन अधिकारी राजकुमार बैनीवाल ने आज फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम के तहत जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि किसानों को विभिन्न योजनाओं से अवगत करवाने के लिए उनके खेतों में जाकर 16 से 30 अगस्त तक शिविर लगाए जाएंगे जिसमें किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस अवसर पर प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने फसल अवशेष के जलाने से पर्यावरण पर पडऩे वाले प्रभावों व कृषि विभाग की ओर से उप निदेशक डॉ. विनोद फौगाट ने विभाग से संबंधित योजनाओं बारे विस्तार से जानकारी दी। शिविर में राजस्व विभाग, कृषि विकास व खंड कृषि अधिकारियों ने भाग लिया।

loksabha election banner

राजकुमार बैनीवाल ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन करके किसान न केवल खेती से अतिरिक्त आय ले सकता है, बल्कि अवशेषों के जलने से होने वाले प्रतिकूल प्रभाव से भूमि की उर्वरा शक्ति को बचा सकता है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए फसल अवशेष प्रबंधन स्कीम चलाई गई है, जिसके तहत किसान फसल अवशेष प्रबंधन के लिए आधुनिक कृषि यंत्रों को अनुदान पर ले सकता है। किसानों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को पात्र किसान तक पहुंचाने में अधिकारियों की अहम भूमिका है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे आपसी तालमेल के साथ कार्य करें और किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण देने के साथ-साथ योजनाओं की जानकारी दें। ऐसा करके वो किसानों की आय दोगुनी करने व पर्यावरण सरंक्षण में अपना अहम योगदान दे सकते हैं।

उप कृषि निदेशक डॉ. विनोद फौगाट ने बताया कि इस महत्वपूर्ण स्कीम के अन्तर्गत खेतों में प्रशिक्षण शिविर लगाकर किसानों को इस बारे विस्तार से बताया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर में किसानों को स्कीम बारे जागरूक करने व विभाग की अन्य गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसानों को विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताएं, ताकि वे इन योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय को दोगुना की दिशा में कदम बढाएं। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जागरूक करें, ताकि वे फसल अवशेषों का सही प्रबंधन करके इनसे न केवल आय प्राप्त करें बल्कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से भी बचाया जा सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.