बुलेट से पटाखे बजाते पकड़ा तो ट्रैफिक इंचार्ज ने पैदल घर भेज मंगवाया ऑरिजिनल साइलेंसर
युवक ने कहा कि उसका असल साइलेंसर घर रखा हुआ है तो ट्रैफिक इंस्पेक्टर विजय ने बुलेट मालिक को घर से साइलेंसर लाने के लिए कहा। युवक पैदल जाकर घर पर रखा साइलेंसर लेकर आया
हांसी/हिसार, जेएनएन। यातायात नियमों का पालन नहीं करने पर चालान करना तो आम बात है। मगर कुछ ऐसे किस्से सामने आते हैं तो अपने आप में अलग होते हैं। ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है। अब जिला पुलिस के ट्रैफिक इंचार्ज अपने सख्त तेवरों को लेकर इन दिनों खूब चर्चा में हैं। ट्रैफिक प्रभारी आंबेडकर चौक पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान बुलेट सवार एक युवक को पटाखे की आवाज वाले साइलेंसर के साथ पकड़ लिया।
युवक ने कहा कि उसका असल साइलेंसर घर रखा हुआ है तो ट्रैफिक इंस्पेक्टर विजय ने बुलेट मालिक को घर से साइलेंसर लाने के लिए कहा। युवक पैदल जाकर घर पर रखा साइलेंसर लेकर आया और ट्रैफिक इंचार्ज को दिखाया, लेकिन फिर भी बुलेट पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट ना होने पर उसका चालान काटकर थमा दिया और बुलेट मालिक को भविष्य में पटाखे वाला साइलेंसर इस्तेमाल ना करने की सख्त चेतावनी भी दी। इसके बाद चालक वहां से चला गया।
बता दें कि ट्रैफिक इंचार्ज ने जिला पुलिस ने यातायात की कमान संभाले बमुश्किल एक महीना हुआ है। लेकिन अपने काम को लेकर इलाके में उनका काफी नाम हो चुका है। इंस्पेक्टर विजय सिफारिश करने वालों की नहीं सुनते। पिछले दिनों विधायक के खासमखास का चालान काटकर बाइक को इम्पाउंड कर दिया था। शुक्रवार को यातायात प्रभारी ने शहर के गलियों में जाकर लॉकडाउन में तफरी करने वालों के चालान काटे। कुल ४५ चालान जिला पुलिस ने किए हैं। वहीं, लॉकडाउन के दौरान पुलिस द्वारा २५० से अधिक वाहनों को इंपाउंड किया है।
सख्ती जरूरी है, ताकि लोग नियमों का पालन करें
लॉकडाउन के दौरान भी काफी लोग फिजूल में घूमते हैं व अपने दुपहिया वाहनों के दस्तावेज भी पूरे नहीं रखते। सख्ती इसलिए है कि लोग नियमों का पालन करें और उनमें पुलिस कार्रवाई का डर बना रहे।
---- विजय, ट्रैफिक इंचार्ज।