आठ साल की मासूम से दुष्कर्म करने वाले अध्यापक को बचाने के लिए अध्यापिकाओं ने किया ये शर्मनाक काम
नारनौंद क्षेत्र के एक गांव में तीसरी कक्षा की छात्रा के साथ स्कूल के ही अध्यापक ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दे दिया था। इस घटना के बाद मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा।
सुनील मान, नारनौंद : नारनौंद क्षेत्र के एक गांव में तीसरी कक्षा की छात्रा के साथ स्कूल के ही अध्यापक ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दे दिया था। इस घटना के बाद मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा। आरोपित अध्यापक के पक्ष में स्कूल के गेट पर ताला जड़ने वाली छात्राओं के मामले ने भी नया मोड़ ले लिया है। स्कूल की दो अध्यापिकाओं के नाम सामने आए हैं कि उन्होंने छात्राओं पर दबाव बनाकर स्कूल पर ताला जड़वाया था। ग्रामीणों ने प्रशासन से दोनों अध्यापिकाओं के तबादला करने की मांग की है। अन्यथा स्कूल को बंद करने की धमकी भी दी है।
21 जुलाई को स्कूली छात्राओं ने स्कूल के गेट पर ताला जड़कर आरोपित अध्यापक को निर्दोष बताते हुए उसको न्याय दिलवाने के नारे लगाए थे। ग्रामीणों ने इस मामले की तह तक पहुंचते हुए जांच की तो पाया कि स्कूल की अध्यापिकाओं ने स्कूल में नौंवी कक्षा की चार छात्राओं पर दबाव डालकर स्कूल पर ताला जड़ने के लिए मजबूर किया था। चारों छात्राओं ने ग्रामीणों को दोनों अध्यापिकाओं के बारे में लिखित में भी शिकायत दी है कि दोनों अध्यापिका ने ही स्कूल पर ताला जड़कर आरोपित अध्यापक के पक्ष में बोलने के लिए मजबूर किया था। ग्रामीणों ने ये लिखित शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी राजीव जैन को सौंपी तो उन्होंने शुक्रवार को गांव के स्कूल का दौरा करके मामले की गहनता से छानबीन की। ग्रामीणों ने शिक्षा अधिकारी से कहा कि दोनों अध्यापिकाओं का तबादला जल्द ही नहीं हुआ तो वो स्कूल को बंद कर देंगे। अध्यापिकाओं का तबादला किया जाए: सरपंच
गांव की सरपंच ने बताया कि चारों लड़कियों ने लिखित में शिकायत दी है और ग्रामीणों की भी मांग है कि दोनों अध्यापिकाओं का स्कूल से तबादला करवाया जाए। अन्यथा स्कूल का माहौल खराब हो जाएगा। शनिवार को पंचायत की तरफ से प्रस्ताव पास करके दोनों अध्यापिकाओं का तबादला करने की मांग की जाएगी। अभी तक सदमे में है पीड़ित छात्रा
वहीं पीड़ित छात्रा अब तक भी सदमें से बाहर नहीं निकली है और उसकी पढ़ाई लगातार बाधित हो रही है। वो स्कूल में पढ़ने के नाम पर साफ तौर से मना कर रही है। उसको समझाने के प्रयास परिजन लगातार कर रहे हैं। लेकिन छात्रा पढ़ने को तैयार नहीं है।
पंचायत का प्रस्ताव आने पर करेंगे कार्रवाई : बीईओ इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी राजीव जैन ने बताया कि चारों छात्राओं ने कुछ भी बताने से इंकार किया है। अगर कोई भी पंचायत की तरफ से प्रस्ताव आएगा तो उस पर कार्रवाई कर दी जाएगी। स्कूल में कोई भी छात्रा स्कूल को नहीं छोड़ रही। एक लड़की की दो बहनें पहले ही एक निजी स्कूल में पढ़ती थीं। इस वजह से ही एक छात्रा स्कूल छोड़कर गई है।