Tikri Border: टीकरी बार्डर खुला तो उद्यमियों के लौटेंगे पुराने दिन, करोंड़ों के नुकसान की होगी भरपाई
पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि टीकरी बार्डर के कुछ हिस्से को खोलने की तैयारी चल रही है लेकिन इसे कब तक खोला जाएगा इसका फैसला नही हुआ है। अभी संभावित तिथि के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। तीन कृषि सुधार कानूनों को लेकर बंद किए गए टीकरी बार्डर को आखिरकार 11 माह बाद खोलने की कार्रवाई शुरू हो गई है। दिल्ली पुलिस के उच्च अधिकारियों ने इस कड़ी में वीरवार दोपहर बाद बार्डर का दौरा किया गया था। उसके बाद से दिल्ली पुलिस की ओर से दिल्ली से बहादुरगढ़ वाली लेन से जर्सी बैरियर, पत्थर, ट्रक व अन्य अवरोधक हटाकर सफाई की जा रही है। यहां पर सड़क खोदकर लगाई गई नुकीली कीलें भी निकाली जा रही हैं। हालांकि दिल्ली पुलिस की ओर से फिलहाल बैरिकेडिंग नहीं हटाई जा रही है। मगर बहादुरगढ़ की तरफ आने वाली लेन से जिस तरह से पत्थर हटाए जा रहे हैं और साफ-सफाई की जा रही है, उससे संभावना जताई जा रही है कि एक-दो दिन में बार्डर का यह रास्ता खोलकर पुलिस की ओर से यहां पर यातायात बहाल कर दिया जाएगा।
दिल्ली पुलिस की ओर से बार्डर खोलने की प्रक्रिया शुरू
बताया जा रहा है सुप्रीम कोर्ट और हरियाणा सरकार की हाई पावर कमेटी तथा व्यापारियों व आमजन की मांग के दबाव में दिल्ली पुलिस की ओर से बार्डर खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने अभी साफ नहीं किया है कि बार्डर खोला जाएगा या नहीं। दरअसल, तीन कृषि सुधार कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर पंजाब से भारी संख्या में किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान पर 26 नवंबर 2020 को टीकरी बार्डर बंद किया गया था। तब से लेकर अब तक बार्डर बंद है। गत 26 जनवरी को लाल किले की घटना के बाद से बार्डर पर बैरिकेडिंग मजबूत की गई थी। बार्डर बंद होने से यहां पर फैक्ट्रियों, दुकानदारों, व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों व आमजन को करोड़ों का नुकसान हो रहा था। ऐसे में बार्डर को खोलने की मांग की जा रही है।
बैठक के बाद हुआ फैसला
बार्डर खुलवाने के लिए लोगों ने दिल्ली हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट तक गुहार लगा रखी है। इसी के चलते हरियाणा सरकार की हाईपावर कमेटी में शामिल अधिकारियों ने भी गत 26 नवंबर को किसानों व व्यापारियों के साथ बैठक की थी और टीकरी बार्डर का भी दौरा किया था। इस बैठक में बार्डर खोलने के लिए गेंद दिल्ली पुलिस के पाले में डाली गई थी। इन सब बातों के चलते वीरवार को दिल्ली पुलिस की ओर से टीकरी बार्डर से पत्थर हटाने व दिल्ली बहादुरगढ़ लेन के अवरोधकों को हटाकर सफाई करने की कार्रवाई शुरू की गई है।
दोपहर बाद दिल्ली पुलिस के इन अधिकारियों ने किया बार्डर का दौरा
वीरवार दोपहर बाद करीब ढाई बजे दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी सतीश गोलचा, ज्वाइंट सीपी अतुल कटियार, डीसीपी परविंदर, एसीपी महेंद्र कुमार, मुंडका थाना प्रभारी गुलशन नागपाल आदि ने टीकरी बार्डर मेट्रो स्टेशन के पास बार्डर का दौरा किया था। यहां पर उन्हाेंने बताया था कि एक तरफ का रास्ता दिल्ली से रोहतक का साफ करवाया जा रहा है। बैरिकेड भी हटाए जाएंगे। वे एक तरफ का रास्ता क्लियर करेंगे। यातायात बहाल कब तक होगा इस बारे में उनकी ओर से कोई जानकारी मौके पर नहीं दी गई।
20 हजार करोड़ का नुकसान झेल चुके, अब जगी उम्मीद:नरेंद्र
बहादुरगढ़ फुटवियर पार्क एसोसिएशन के वरिष्ठ उपप्रधान नरेंद्र छिकारा ने बताया कि यहां के उद्यमी करीब 20 हजार करोड़ का नुकसान झेल चुके हैं। 26 को हाईपावर कमेटी में भी बात रखी थी। अब 15 नवंबर को हाईकोर्ट और सात दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में बार्डर खोलने को लेकर तारीख है। इससे पहले ही हरियाणा सरकार की हाईपावर कमेटी की बैठक के बाद टीकरी बार्डर खोलने के लिए दिल्ली पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है। यह खुशी की बात है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि शुक्रवार तक एक तरफ का रास्ता खुल जाएगा, जिससे यातायात बहाल होगा और फैक्ट्रियों, व्यापारियों, वर्करों, दुकानदारों व आमजन को राहत मिलेगी।
कुछ हिस्से खोलने की तैयारी
दिल्ली बाहरी जिला के पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने बताया कि टीकरी बार्डर के कुछ हिस्से को खोलने की तैयारी चल रही है, लेकिन इसे कब तक खोला जाएगा, इसका फैसला नही हुआ है। अभी संभावित तिथि के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है।