भ्रूण लिंग जांच गिरोह के तीन सदस्य रंगेहाथ गिरफ्तार, दो फरार
पंजाब ले जाकर कराते थे जांच। 42 हजार रुपये में हुआ सौदा तीन सदस्य काबू दो फरार। पंजाब के बठिंडा के इंद्राणी अस्पताल में सुबह के समय डॉक्टर ने किया अल्ट्रासाउंड।
हिसार/सिरसा, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गर्भ में भ्रूण की लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन सदस्यों को पकड़ लिया है तथा दो फरार होने में कामयाब रहे। गिरोह से जुड़े सदस्य आगे से आगे कड़ी बनाकर जांच करवाने के लिए गर्भवती महिला को बठिंडा में ले जाकर जांच करवाते थे। विभाग की टीम ने चार दलाल तथा एक आरएमपी डाक्टर के खिलाफ बठिंडा पुलिस में केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने पकड़े गए तीन आरोपितों से 26 हजार रुपये बरामद कर किए है। इस मामले में बठिंडा स्थित इंद्राणी अस्पताल के संचालक की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
रात 11 बजे रवाना हुई टीम, सुबह छह बजे हुई जांच
जानकारी मुताबिक स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली कि रतिया क्षेत्र में गिरोह सक्रिय है जो गर्भ में भ्रूण की लिंग जांच करवाता है। सूचना के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की टीम डा. बुधराम, डा. राजेश चौधरी, दीपक एडीए, आंगनबाड़ी से सुपरवाइजर रचना सहित दो पुलिस कर्मियों के साथ डिकोय ग्राहक को लेकर रात 11 बजे रतिया क्षेत्र के गांव बोहड़ के लिए रवाना हुई। वहां खुद को एएनएम बताने वाली दलाल रुपिंद्र कौर व उसके पति जुगराज ने 42 हजार रुपये में सौदा तय किया और उनसे रुपये ले लिए। इसके बाद उसने सरदूलगढ़ के फूसमंडी के दलाल गुरजीत से संपर्क करवाया। रूङ्क्षपद्र कौर ने आठ हजार रुपये अपने पास रख लिये बाकी 34 हजार गुरजीत को दे दी। गुरजीत ने उस राशि में से दो हजार रुपये रखकर शेष 32 हजार बठिंडा के दलाल जगतार सिंह को दिये। जगतार सिंह ने उनका संपर्क आरएमपी डाक्टर बजरंग लाल से करवाया और उसे 30 हजार रुपये दिये। सुबह आरएमपी बजरंग ने बठिंडा के अस्पताल में डिकोय का अल्ट्रासाउंड किया और उसे गर्भ में लड़का बताया।
अस्पताल संचालक की भूमिका की होगी जांच
डिकोय का इशारा पाकर टीम ने आरोपित दलाल जगतार सिंह व गुरजीत को काबू कर लिया तथा उनके कब्जे से दो-दो हजार रुपये बरामद किए जबकि आरोपित आरएमपी बजरंग लाल को उसके घर से पकड़ा, उसके कब्जे से 12 हजार रुपये बरामद हुए। टीम को संदेह है कि शेष राशि उसने अस्पताल के चिकित्सक को दी है। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद बठिंडा के सीएमओ डा. अमरीक सिंह , पीएनडीटी विभाग से डा. कुंदन व नोडल अधिकारी डा. सुमन भी मौके पर पहुंच गए। स्वास्थ्य विभाग इस मामले में बङ्क्षठडा के अस्पताल के संचालक डा. अतिन गुप्ता की भूमिका की जांच कर रहा है क्योंकि बिना उसकी संलिप्तता के उसके अस्पताल की अल्ट्रासांउड मशीन में जांच कैसे संभव है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो दलालों व एक आरएमपी को काबू किया है। 42 हजार रुपये में सौदा हुआ था। आरोपितों के कब्जे से 26 हजार रुपये बरामद हुए है। इस मामले में बठिंडा के इंद्राणी अस्पताल के संचालक की भूमिका भी जांची जा रही है।
- डा. सुरेंद्र नैन, सिविल सर्जन, सिरसा।