मीठे वचन बोलने वाला व्यक्ति हर प्राणी को अपनी ओर आकर्षित करता है : मुनि वीर सागर
जागरण संवाददाता, हिसार : श्रीश्री 108 श्री वीर सागर महाराज, श्रीश्री 108 विशाल सागर व मुनि श्री 108
जागरण संवाददाता, हिसार : श्रीश्री 108 श्री वीर सागर महाराज, श्रीश्री 108 विशाल सागर व मुनि श्री 108 धवल सागर के पावन सानिध्य में नागोरी गेट स्थित जैन लाइब्रेरी में नौ दिवसीय सर्व विघ्नहर्ता सर्व सिद्धी प्रदाता श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए मुनि वीर सागर महाराज ने कहा कि मीठे वचन बोलने वाला व्यक्ति हर प्राणी को अपनी ओर आकर्षित करता है। मीठी वाणी में एक आकर्षण होता है जो पराए को भी अपना बनने के लिए विवश कर देता है। मीठे वचन तप्त हृदय पर औषधि का काम करते हैं। तीर्थकरों के असंख्यक गुणों में हित, मित, प्रिय वचन बोलना एक प्रमुख गुण है। इसका अर्थ केवल यह है कि हित अर्थात हितकारी बोलो, मित अर्थात कम बोलो और प्रिय अर्थात मधुर बोलो। तीर्थकरों ने भी प्रिय वचन बोल कर हमें यही संदेश दिया है कि सदैव मीठे वचनों का ही प्रयोग करो। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने इस धार्मिक आयोजन में भाग लिया । इस अवसर पर श्री सकल दिगंबर जैन समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।