भतीजा बोला, चाचा को चौकी का मुंशी और वाटर सप्लायर धमकाता था
जागरण संवाददाता, हिसार : कांस्टेबल सुरेंद्र सुसाइड केस में शनिवार को पुलिस ने मृतक के शव का नागरिक अ
जागरण संवाददाता, हिसार : कांस्टेबल सुरेंद्र सुसाइड केस में शनिवार को पुलिस ने मृतक के शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर उसका दाह संस्कार करवाया। पुलिस वाहन से शव को मृतक के गांव ले जाया गया था। इस मामले में मृतक के परिजन अस्पताल में मौजूद थे। भतीजे लेघां हेतवान निवासी ऋषि ने आरोप लगाया है कि उसके चाचा को अनाजमंडी चौकी का मुंशी और वाटर सप्लायर काफी दिनों से धमका रहे थे। कुछ दिन पहले ही चाचा घर आए थे। उस दौरान उनके फोन पर मुंशी और वाटर सप्लायर के फोन आए थे। वे धमका रहे थे, जिसके कारण चाचा मानसिक रूप से परेशान दिख रहे थे। बार-बार कह रहे थे कि वे उसे मारेंगे। ऋषि ने अपने चाचा कांस्टेबल सुरेंद्र से उक्त दोनों आरोपियों की अलग-अलग वजह से रंजिश होना बताया है। उसका कहना है कि मुंशी उसके चाचा को नापसंद करता था। वे अनुसूचित जाति से संबंध रखते थे और मुंशी सामान्य वर्ग एवं विशेष जाति से संबंध रखता है। इस वजह से उसके चाचा को नीचा दिखाया जाता था। 16 दिन बाद चाचा ड्यूटी पर लौटे थे। उन्होंने अपने मेडिकल प्रमाण पेश किए थे, जिन्हें स्वीकार नहीं किया था। तब उन्हें धमकाया था। वहीं, वाटर सप्लायर खरड़ निवासी सुनील से रुपयों का लेन-देन था। कुछ राशि लौटा दी थी, कुछ बकाया था। वह राशि लेने के लिए सुनील भी चाचा को काफी धमकाता था। उक्त कारणों के चलते चाचा ने जहर निगलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। हालांकि ऋषि के आरोपों में कितनी सच्चाई है, यह तो पुलिस जांच में सामने आएगा। गौरतलब है कि शनिवार दोपहर को पुलिस लाइन में कांस्टेबल सुरेंद्र ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था। जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई थी। मृतक की जेब से सुसाइड नोट, जहरीले पदार्थ की गोलियां बरामद हुई थी। सुसाइड नोट में कांस्टेबल सुरेंद्र ने अपनी मौत के लिए अनाजमंडी चौकी के मुंशी और वाटर सप्लायर खरड़ वासी सुनील को ठहराया है।
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यह लिखा था सुसाइड नोट में
मैं खुदकुशी दो आदमियों के कारण कर रहा हूं। सुनील वाटर सप्लाई का काम करता है और खरड़ गांव का है। दूसरा मुंशी अनाजमंडी चौकी का जगदीश है। दोनों से तंग होकर मैं खुदकुशी कर रहा हूं।
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इस मामले की जांच कर रहे हैं। मुंशी और सुनील को बुलाकर पूछताछ की जाएगी। आरोप कितने सही हैं, तभी पता चलेगा। उसके आधार पर कार्रवाई होगी।
- महेंद्र, जांच अधिकारी सदर थाना।