गुलाबी सुंडी के प्रभावी नियंत्रण के किसानों को बताए उपाय
स्वाल एवं सीसीएफ आई ने एचएयू के सभागार में एक सेमिनार आयोजित किया। जिसमें स्वाल कारपोरेशन ने नरमा किसानों को कपास में अच्छी पैदावार और गुलाबी सुंडी को लेकर जागरूक किया।
जागरण संवाददाता, हिसार। स्वाल एवं सीसीएफ आई ने एचएयू के सभागार में एक सेमिनार आयोजित किया। जिसमें स्वाल कारपोरेशन ने नरमा किसानों को कपास में अच्छी पैदावार और गुलाबी सुंडी को लेकर जागरूक किया। सेमिनार में इस सेमिनार में प्रदेश भर से आए लगभग 600 किसानों विक्रेताओं एवं कृषि वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इसी दौरान प्रेस वार्ता का भी आयोजन किया गया। सेमिनार में विषय रक्षा सूत्र नरमा फसल की गुलाबी सुंडी का प्रभावी नियंत्रण पर चर्चा की गई इस सेमिनार में स्वाल कार्पोरेशन की सराहनीय पहल रही जिसमें किसानों को गुलाबी सुंडी के प्रभावी नियंत्रण के बारे में डा. ऋषि शर्मा प्रिसिपल विज्ञानिक सीआइसीआर द्वारा विस्तारपूर्वक बताया गया। उन्होंने बताया कि गत वर्ष गुलाबी सुंडी के प्रकोप के कारण कुछ किसान कपास का उचित उत्पादन प्राप्त नहीं ले पाए, जिसका मुख्य कारण इस कीट के बारे में जानकारी का अभाव होना है। सेमिनार में आए सभी नरमा किसानों को सीसीएफ आई के चेयरमैन आरडी श्राफ ने वीडियो कांफ्रेंसिग से संबोधित किया। वहीं एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सीसीएफआइ निर्मला पथरवाल एवं हरीश मेहता ने सीसीएफ आई के किसानों की उन्नति के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। डा. एसके वर्मा हेड सीआईसीआर सिरसा ने बताया कि गुलाबी सुंडी के प्रभावी नियंत्रण के लिए जागरुक होना बहुत जरूरी है। इस दौरान स्वाल कार्पोरेशन के अधिकारी राहुल पांडे, पंकज जोशी, हरीश महता आदि उपस्थित रहे।