जल है अनमोल, फतेहाबाद की सुशीला ने जाना इसकी बूंद-बूंद का मोल, हरियाणा सरकार से मिल चुका सम्मान
फतेहाबाद की सुशीला सहारण जल की अहमियत लोगों को बता रही हैं। चार साल से भट्टूकलां में मुहिम चला रहीं हैं। पंचायती राज विभाग ने उनके कार्य को देखते हुए उन्हें 14 फरवरी 2019 को गन्नौर सोनीपत में सम्मानित किया।
फतेहाबाद/भट्टूकलां [सुरेश सौलंकी]। जीवन में जल की उपयोगिता के महत्व व जल संरक्षण को लेकर जागरूकता की मिसाल बनीं सुशीला सहारण। वे लगातार अपनी मुहिम भट्टू कलां क्षेत्र में चला रही हैं। वे पिछले चार सालों से लगातार अभियान को चला रही हैं। जल संरक्षण अभियान में उन्होंने बिना टोटियां वाले अनेक नलों पर टोंटियां लगा दी हैं। इतना ही नहीं घर का पानी गलियों में न फैले, इसके लिए उन्होंने सोखता गड्ढे भी बनाए है।
सुशीला सिहाग ने बताया कि अब नहरे बंद हैं। जल का महत्व सभी का समझ आ रहा है। भविष्य में हालत इससे भी बदतर होने वाले हैं। ऐसे में अब एक-एक बूंद का सहेजना पड़ेगा। उन्होंने जल संरक्षण के लिए 2017 में अभियान शुरू कर दिया था। जो अब भी जारी है। इस अभियान में उन्होंने अनेक घरों में नलों पर टोंटियां लगाने के साथ सोखता गड्ढा भी बनाया।
सबसे पुरानी ग्रवित में से एक हैं सुशीला
हरियाणा सरकार द्वारा चलाए जा रहे ग्रवित यानी हरियाणा विकास के लिए तरुण योजना में वे 2016 से जुड़ी हुई हैं। भट्टूकलां खंड में वे सबसे पुरानी ग्रवित में से एक हैं। फतेहाबाद जिले में जब ग्रवित ने अपने डीपीएम शमशेर सिंह की देखरेख में अभियान शुरू किया था। तब सुशीला ने भट्टूकलां में सबसे बेहतरीन अभियान चलाया। उनके अभियान में अनेक लोग जुड़े व जल संरक्षण की शपथ ली।
बारिश का जल भी सहेजना होगाः सुशीला
सुशीला ने बताया का कहना है कि हर व्यक्ति जल के महत्व को समझ सके और जल को व्यर्थ में न बहाएं। इस बार तो नहरें बंद होने से पानी की किल्लत अधिक है। ऐसे में अब जल संरक्षण की अधिक जरूरत है। हमें बारिश का जल भी सहेजना होगा। तभी भविष्य में हम पेयजल नसीब होगा।
जल संरक्षण के लिए किया गया सम्मानित
पंचायती राज विभाग ने उनके कार्य को देखते हुए उन्हें 14 फरवरी 2019 को गन्नौर सोनीपत में सम्मानित किया। वहां पर विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा आयोजित तृतीय राज्यस्तरीय सम्मेलन में यह सम्मान केंद्रीय ग्रामीण मंत्री नरेंद्र तौमर, प्रदेश के तत्कालीन पंचायती राज मंत्री ओपी धनखड़ ने दिया। गर्वित युवाओं के मार्गदर्शन में आयोजित प्रशिक्षण शिविर के दौरान सुशीला के कार्य से तत्कालीन अतिरिक्त उपायुक्त जयकिशन आभीर ने उन्हें सम्मानित करते हुए उनकी प्रशंसा भी की।
सुशीला कर रहीं बेहतरीन कार्य : डीपीएम
जिला परियोजना अधिकारी ग्रवित शमशेर सिंह कौशिक ने कहा कि सुशीला सहारण ग्रवित योजना से जुड़कर बेहतरीन कार्य कर रही है। उन्होंने अभियान के तहत पौधारोपण व जल संरक्षण में बेहतरीन कार्य किया। कोरोना काल में भी उन्होंने जल संरक्षण की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए 2 हजार से अधिक घरों में नलों पर टोंटिया लगाईं। उनके लिए उन्हें राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया।
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