कोरोना रिलीफ फंड का हिसाब दे सरकार: सुरेजवाला
संवाद सहयोगी उकलाना कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि
संवाद सहयोगी, उकलाना: कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि उकलाना को सैनिटाइज किया जाएगा। इस मुहिम में हरियाणा किसान कांग्रेस व युवा कांग्रेस के साथी मिलकर निरंतर इस जनसेवा में अपनी भागीदारी पेश कर रहे हैं। साथ ही सरकार को कोरोना रिलीफ फंड का हिसाब देना चाहिए। उन्होंने यह बात बृहस्पतिवार को उकलाना में पत्रकारों से कही। उनके पहुंचने पर बृजलाल बहबलपुरिया के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।
सुरजेवाला ने कहा कि उकलाना के सभी सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों, प्राइवेट अस्पतालों व प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले हर डॉक्टर तक पीपीई किट, एन-95 मास्क, सोडियम हाइपोक्लोराइट का सफाई सॉल्यूशन कांग्रेस पार्टी की ओर से पहुंचाने का सराहनीय निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि दुख की बात यह है कि सत्ता में रहते हुए भी भाजपा-जजपा सरकार सेवा के इस भाव से पूरी तरह से उदासीन है। भाजपा के नुमाइंदे मुख्यमंत्री कोष के लिए पैसा लेने के लिए तो प्रकट हो जाते हैं पर सेवा के नाम पर कोरोना महामारी की आड़ में छिप जाते हैं। उम्मीद है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस सेवा भाव का मनोहर सरकार अनुसरण करेगी।
सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री पर कोरोना आपदा से निबटने के लिए बनाए गए प्रधानमंत्री नेशनल रिलीफ फंड एवं हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में पारदर्शिता ना बरतने के आरोप लगाए हैं। जनता ने कोरोना से निबटने के लिए प्रधानमंत्री को 20 हजार करोड़ तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री को 200 करोड़ की राशि सहयोग में दी परंतु ना जाने यह राशि कहां खर्च की गई। उन्होंने मुख्यमंत्री पर सरकारी कर्मचारियों का वेतन हड़पने का आरोप लगाते हुए कहा कि हम पूछ रहे हैं कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए जो 200 करोड़ का सहयोग प्रदेश की जनता ने फंड में जमा करवाया है, वह रुपया कहां गया। सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री पर कोरोना से 63 दिनों तक बंद कमरे में डटे रहने का आरोप जड़ते हुए कहा कि जिस मुख्यमंत्री ने बाहर निकल कर जमीनी हकीकत ही नहीं देखी, उसे जनता के दुख दर्द की क्या जानकारी होगी।
प्रदेश में शराब घोटाले को लेकर मंत्री अनिल विज के कांग्रेस पर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि अनिल विज की तो इनकी सरकार में ही पूछ नहीं है। उन्होंने कहा कि शराब तस्करों के संबंध प्रदेश सरकार के बड़े नेताओं से जुड़े है और जांच के नाम पर एफआइआर को फुटबॉल बना दिया गया है। इस मौके पर पूर्व चेयरमैन बृजलाल बहबलपुरिया, राजेश संदलाना, सुरेंद्र लितानी, कपिल श्योराण, चंद्र छिरंग, कृष्ण मेहला आदि मौजूद रहे।