रोहतक में सीजीएसटी में रिश्वत का पर्दाफाश, अधीक्षक सस्पेंड, तीन के हिसार-भिवानी में तबादला
सीजीएसटी को लेकर सीबीआई की छापेमारी से रिश्वत मामले का पर्दाफाश हुआ। इसके बाद अधीक्षक कुलदीप हुड्डा सस्पेंड कर दिया गया। जबकि तीन के हिसार-भिवानी में तबादले कर दिए गए।
रोहतक, जेएनएन। सीबीआइ की छापेमारी के बाद केंद्रीय वस्तु एवं सेवाकर(सीजीएसटी) ने दवा कंपनी से रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अधीक्षक कुलदीप हुड्डा को सस्पेंड कर दिया है। जबकि दूसरे अधीक्षक के अलावा दो अन्य निरीक्षकों का हिसार और भिवानी में तैनात कर दिया गया है।
रोहतक स्थित आयुक्तालय के अधिकारियों ने पूरे मामले में सख्ती दिखाते हुए यह कार्रवाई की है। यह भी संकेत मिले हैं कि सीबीआइ की तरफ से लिखित में ब्योरा मिलने पर ही उच्चस्तरीय जांच होगी। विभागीय अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। जिसमें पाया गया है कि सोनीपत स्थित राई की दवा कंपनी की तरफ से पूरा जीएसटी जमा कराया गया है। अब किसी भी सूरत में आरोपितों के बचने के आसार नहीं हैं।
सीबीआइ ने आरोपित अधीक्षक कुलदीप हुड्डा को अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया है। जबकि अन्य आरोपित अधीक्षक गुरविंदर सिंह सोहल और निरीक्षकों रोहित मलिक व प्रदीप फरार हैं। इन्हीं तीनों का रोहतक कार्यालय से ट्रांसफर किया गया है। सीजीएसटी रोहतक स्थित आयुक्तालय के आयुक्त विजय मोहन जैन ने कार्रवाई की पुष्टि की है।
आयुक्त विजय मोहन ने बताया है कि हमने आगे बढ़कर अपने स्तर से ही कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार की शाम तक सीबीआइ की तरफ से कार्रवाई से संबंधित कोई भी लिखित में सूचना नहीं आई है। दोपहर तक सीजीएसटी के कार्यालय में बैठकों का दौर चला। पूरे मामले में बताया जा रहा है कि बैठक में ङ्क्षबदुवार वार्ता हुई। इसी बैठक में अधिकारियों ने कार्रवाई का फैसला लिया। आयुक्त ने बताया है कि हमारी तरफ से हिसार में दो अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। भिवानी में भी एक अधिकारी का ट्रांसफर किया गया है।
बता दें कि सोनीपत स्थित राई की दवा कंपनी रिसर्च मेडीसन प्राइवेट लिमिटेड के मैनेङ्क्षजग डायरेक्टर मनोज कालरा और डायरेक्टर चंद्र मोहन की शिकायत पर सीबीआइ ने रोहतक में 14 अगस्त शुक्रवार से लेकर 15 अगस्त शनिवार की रात करीब तीन बजे तक जांच की थी। रोहतक स्थित सीजीएसटी कार्यालय में भी छापेमारी की थी।
जनता से सीधे जुड़ी ब्रांचों में नहीं होगी तैनाती
आयुक्त विजय मोहन का कहना है कि हमारी आतंरिक जांच में पाया है कि राई की कंपनी की तरफ से 6 अगस्त को ही नियमानुसार जीएसटी जमा कराया जा चुका है। प्राथमिक तौर पर कंपनी की अभी तक कोई खामी सामने नहीं आई है। आदेश दिए गए हैं ट्रांसफर हुए इन अधिकारियों की जनता से सीधे तौर से जुडऩे वाले विभाग यानी संवेदनशील विभागों में तैनाती नहीं मिलेगी।
सीबीआइ की तरफ से सोमवार की शाम तक हमारे पास लिखित में कार्रवाई से संबंधित कोई सूचना नहीं आई है। लिखित में कोई ब्योरा मिलने पर पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरू कराएंगे। सीजीएसटी में तैनात अधीक्षक कुलदीप हुड्डा को सस्पेंड कर दिया है। जबकि एक अन्य अधीक्षक व दो निरीक्षकों का ट्रांसफर हिसार और भिवानी में किया गया है।
विजय मोहन जैन, आयुक्त, सीजीएसटी आयुक्तालय, रोहतक