स्टाफ को हटाया लेकिन हिसार कोविड अस्पताल का अक्टूबर के बाद देना होगा प्रति महीने दो करोड़ किराया
प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाए गए 500 बेड के अस्थाई अस्पताल जो 29 करोड रूपए में बना है। यह अस्पताल में अब खाली है यहां 282 रोगियों का इलाज हुआ है। लेकिन अब सरकार को प्रति महीने 2 करोड रुपए का किराया संबंधित कंपनी को देना होगा।
जागरण संवाददाता, हिसार: हिसार में अस्थाई तौर पर बनाए गए कोविड संजीवनी अस्पताल से हटाया गया स्टाफ उन्हें नौकरी पर वापस लेने के लिए विधायक और डीसी को ज्ञापन दे चुका है। लेकिन संजीवनी अस्पताल का 27 अक्टूबर के बाद प्रति महीने दो करोड़ रुपये किराया देना होगा। जबकि यहां पर अब कोई मरीज भी दाखिल नहीं है। जीव वैज्ञानिक डा. रमेश पूनिया ने इस मामले समेत शहर के दो मुद्दों को उठाया है। डा. पूनिया ने मामले में कटाक्ष करते हुए इंटरनेट मीडिया पर लिखा कि तलाकी गेट और बस स्टैंड को जोड़ने के लिए पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए 2012 में बस स्टेंड पर डेढ़ करोड़ की लागत से पुल बनवाया था, लेकिन अब तक 10 लोगों ने भी नहीं किया होगा। वहीं जिंदल माडर्न स्कूल में फरीदाबाद की जेबी डेकोर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाए गए 500 बेड के अस्थाई अस्पताल जो 29 करोड रूपए में बना है। यह अस्पताल में अब खाली है, यहां 282 रोगियों का इलाज हुआ है। लेकिन अब सरकार को प्रति महीने 2 करोड रुपए का किराया संबंधित कंपनी को देना होगा। जबकि इस पैसे का उपयोग कहीं और बेहतर किया जा सकता था।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में हिसार में करीब 1500 केस रोजाना मिलने लगे थे। सिविल और निजी अस्पतालों तक में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं बची थी। ऐसे में हरियाणा सरकार की ओर से हिसार में एक 500 बेड का अस्थाई कोविड अस्पताल बनाया गया था। इसमें स्टाफ को भी भर्ती किया गया था। मगर यह अस्थाई भर्ती थी। अब जब हिसार में कोरोना केस बिल्कुल नहीं है और दूसरी लहर बीत जाने के कारण कोविड अस्पताल को तो तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए रख लिया गया है। मगर स्टाफ को यहां से हटा दिया गया है। इस पर स्टाफ ने आपत्ति जताई है।
कोरोना का एक नया मामला मिला
जिले में शनिवार को कोरोना का एक मामला आया। अब जिले में चार एक्टिव केस है। अब कुल 53979 मामले है, इनमें से 52835 स्वस्थ हुए है। रिकवरी रेट 97.88 फीसद है। अब तक कुल 1140 की मौत हुई है। शनिवर को जिले में 2995 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। इनमें से 60 से अधिक आयु वर्ग में 150 लोगों को तथा 45 से 60 के आयु वर्ग में 493 लोगों को तथा 18 से 44 के आयु वर्ग में 1332 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।