श्री श्री रविशंकर ने नशामुक्त भारत अभियान का किया आगाज, पीएम मोदी ने VC से दिया संदेश
श्री श्री रविशंकर लोगों से रूबरू हो सके इसको लेकर मैदान में ही 300 फीट का रैंप बनाया गया है। 3200 कॉलेज भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़ेंगे। श्री श्री को मानद उपाधि भी दी जाएगी
हिसार, जेएनएन। आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के खेल मैदान से नशामुक्त भारत अभियान का आगाज कर दिया है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रविशंकर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित बॉलीवुड कलाकार वरुण शर्मा, हिमा पारिख भी मौजूद रही। हजारों युवाओ ने नशे से दूर रहने का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये युवाओ से जुड़े। सभी को नशे से दूर रहने का संदेश दिया। कार्यक्रम में 20 हजार से ज्यादा लोग भाग ले रहे हैं। श्री श्री रविशंकर लोगों से रूबरू हो सके इसको लेकर मैदान में ही 300 फीट का रैंप बनाया गया है। कार्यक्रम में 3200 कॉलेज भी वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़ें हैं। इस दौरान श्री श्री रविशंकर को मानद उपाधि भी दी गई। मैदान में पीले परिधानों में लोगों की भारी भीड़ जमा है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नशा मुक्त अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि युवा नशे की गिरफ्त में जाकर अपना शारीरिक मानसिक रूप से नुकसान कर रहे हैं। नशा करने वाले से समाज घृणा करता है। युवाओं को चाहिए कि वह नशे को छोड़ने का प्रयास करें। साधना, योग और अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि युवाओं का नशा छुड़वाने के लिए 61 सेंटर खोले गए। पिछले वर्ष 25000 युवाओं का इन सेंटर्स में नशा छुड़वाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परिवार की भी जिम्मेवारी है कि बच्चों को गलत रास्ते पर ना जाने दे। समाज में काम कर रही संस्थाएं भी ऐसे युवाओं को देखे और उनको इस बीमारी से दूर करवाएं। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य है।शिक्षण संस्थान में ऐसा वातावरण बनाए कि वह नशे की तरफ ना जाए । मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नशे का व्यापार करने वाले कारोबारियों को देशद्रोही बताया। प्रदेश में पुलिस के विशेष दोस्तों का भी गठन किया गया है जिन्होंने पिछले वर्ष में कई बड़ी खेप पकड़ी है। मुख्यमंत्री ने युवा जागो, नाश भगाओ का नारा दिया
खेल मैदान में कार्यक्रम शुरू हो चुका है जिसमें सबसे पहले एजुकेटर मीट हो रही है, जिसमें प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति आर्ट ऑफ लिविंग के साथ एमओयू कर रहे हैं। इसी दौरान श्रीश्री रविशंकर युवाओं व अन्य लोगों को नशा न करने और नशा न करने देने की शपथ दिलवाई है।
इस तरह से बनाया गया है पंडाल
पंडाल : 330 गुणा 330 मीटर
मंच साइज : 30 गुणा 60 फीट
स्टेज की ऊंचाई : 9 फीट
रैंप की ऊंचाई : 6 फीट
रैंप की चौड़ाई : 8 फीट
सेक्टर में बांट : आठ
रैंप : 300 फीट
कुर्सी : 20 हजार
सोफे : 350
गेट : चार
पुलिस के जवान : 1100
जुड़ेंगे कॉलेज : 3200
वॉलिटियर : 400
श्रीश्री रविशंकर को दी मानद उपाधि
गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय की तरफ से शांतिदूत को डाक्टरेट की मानद् उपाधि प्रदान की गई। उन्हें 2016 में हुई कॉन्वोकेशन में यह उपाधि देनी थी, लेकिन तब वे किसी कारण से यहां नहीं आ पाए थे। कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय के साथ-साथ मानद उपाधि की गरिमा भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि श्रीश्री रविशंकर दुनिया के लगभग 155 देशों में लगभग 37 करोड़ लोगों को अपनी ओजस्वी वाणी व महान संदेश से जीने की राह दिखा चुके हैं। इसी कारण उन्हें इस उपाधि से नवाजा जा रहा है।