फर्जी पासपोर्ट मामले एसआईटी की जांच जारी, दिल्ली के 6 लोगों से होगी पूछताछ
फर्जी पासपोर्ट के इस पूरे प्रकरण में तीन कैटेगरी हैं। एक तो एप्लीकेंट्स दूसरा ब्रोकर और तीसरा जिनका क्रिमिनल रिकार्ड है। अब तक गिरफ्तार में अधिकतर एप्लीकेंट्स अर्थात आवेदक ही हैं। पहले मामले में 35 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
टोहाना(फतेहाबाद), संवाद सहयोगी। फर्जी पासपोर्ट मामले की जांच में जुटी फतेहाबाद की एसआईटी टीम ने शुक्रवार को 6 लोगों को उक्त मामले में शामिल तफतीश किया है। बताया जाता है कि उन लोगों पर फर्जी पासपोर्ट बनवाने के मामले दर्ज थे। आगे की कार्रवाई आइडेंटिटी के हिसाब से होगी।
पुलिस ने उक्त मामले में दिल्ली के तिलक नगर निवासी अमनदीप, सरदार सिंह, नरेंद्र कौर, संदीप सिंह, शिव नगर निवासी मनमोहन सिंह एवं गुरप्रीत कौर को शामिल तफतीश किया है। जबकि इस मामले में उक्त लोगों द्वारा न्यायालय से अग्रिम जमानत करवाई हुई है। टीम ने उक्त लोगों से फर्जी पासपोर्ट के संदर्भ में पूछताछ की।
2018-2020 के दौरान बनाए गए पासपोर्ट
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018-2020 के दौरान टोहाना शहर थाना से इस तरह के अनेक फर्जी पासपोर्ट फर्जी पते के साथ बनाए गये थे। जिसके बारे में पुलिस को पता चलने पर टोहाना पुलिस ने शहर थाना में 2 अक्टूबर 2020 को दो अलग-अलग मामले विभिन्न धाराओं जिसमें 120बी, 198, 201, 420, 467, 468, 471, 474 आईपीसी, 12, 13 पासपोर्ट एक्ट, 66सी, 66 डी तथा आईटी एक्ट के तहत दर्ज किये थे। वहीं इस मामले को फतेहाबाद की विशेष जांच दल यानि एसआईटी टीम के सुपुर्द कर दिया था। टीम के प्रभारी ने जब इसकी जांच शुरु की तो 70 पासपोर्ट में 57 पासपोर्ट फर्जी मिले थे।
जब मामले की परतें उघड़ने लगीं और इस मामले में टोहाना के पासपोर्ट सलाहकार अनिल कुमार सहित दिल्ली, अमृतसर, कोलकाता, चंडीगढ़ स्थित पासपोर्ट विभाग के अधिकारी तथा टोहाना थाना के दो मुंशी तथा डाकघर का एक पोस्टमैन भी गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं पुलिस जांच में पाया गया कि इन लोगों द्वारा नशा तस्करों व गैंगस्टरों के पासपोर्ट भी टोहाना के फर्जी पतों पर बनाए गये हैं।
मामले की तीन कैटेगरी है
फतेहाबाद एसपी सुरेंद्र भौरिया ने बताया कि फतेहाबाद पुलिस के अनुसार, फर्जी पासपोर्ट के इस पूरे प्रकरण में तीन कैटेगरी हैं। एक तो एप्लीकेंट्स, दूसरा ब्रोकर और तीसरा जिनका क्रिमिनल रिकार्ड है। अब तक गिरफ्तार में अधिकतर एप्लीकेंट्स अर्थात आवेदक ही हैं। पहले मामले में 35 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। अब इसमें 21 गिरफ्तार हो चुके हैं। एसआईटी पूरी तत्परता से काम कर रही है। अभी पूछताछ चलेगी। पहचान के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।