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जाट आरक्षण आंदोलन : SIT ने पूछा- युवक को गोली किसने मारी पहचान सकते हो, नेता बोले- नहीं

फरवरी 2016 में हुए आंदोलन में किला रोड पर हुई थी युवक की मौत। भाजपा नेता समेत तीन व्यापारियों से हिसार एसआइटी ने की घंटों तक पूछताछ। आगे भी हो सकती है पूछताछ

By manoj kumarEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 06:53 PM (IST)Updated: Wed, 31 Jul 2019 09:47 AM (IST)
जाट आरक्षण आंदोलन : SIT ने पूछा- युवक को गोली किसने मारी पहचान सकते हो, नेता बोले- नहीं
जाट आरक्षण आंदोलन : SIT ने पूछा- युवक को गोली किसने मारी पहचान सकते हो, नेता बोले- नहीं

रोहतक, जेएनएन। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मामले में हिसार एसआइटी ने भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य और गोहाना अड्डा ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रधान समेत तीनों व्यापारियों से करीब ढाई घंटे तक बंद कमरे में पूछताछ की। इस दौरान व्यापारियों से करीब आठ सवाल पूछे गए। तीनों को हिदायत दी गई कि जब तक एसआइटी की जांच पूरी नहीं होती, तब तक उन्हें फिर से पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

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फरवरी 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा हो गई थी। 20 फरवरी 2016 को किला रोड पर सुरेंद्र कुमार के बेटे नितिन की भी गोली लगने से मौत हो गई थी। यह मामला पुरानी सब्जी मंडी थाने में दर्ज हुआ था। हाई कोर्ट के आदेश पर इस मामले में गठित की गई एसआइटी मामले की जांच कर रही है।

पिछले सप्ताह हिसार एसआइटी के सदस्य रोहतक पहुंचे थे। उन्होंने भाजपा नेता कपिल नागपाल, राहुल खुराना और संदीप खुराना को नोटिस जारी कर सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। उनसे करीब ढाई घंटे तक पूछताछ हुई। तीनों को एक साथ बैठाकर भी पूछताछ हुई और अलग-अलग भी सवाल किए गए।

भाजपा नेता कपिल नागपाल से पूछे गए ये सवाल

सवाल : 20 फरवरी को जिस समय यह घटना हुई उस दिन घर से किस समय चले थे, कहां-कहां गए और क्या गतिविधियां रहीं।

जवाब : मैं सुबह करीब दस-सवा दस बजे घर से निकला था। अपनी दुकान के सामने निरंकारी मार्केट में चला गया। वहां पर देखा कि साथी व्यापारी राहुल खुराना और संदीप खुराना जा रहे थे। तब उन्होंने बताया कि उपद्रवी किला रोड पर दुकानों को जला रहे हैं। इसलिए वह भी अपनी दुकान खाली कर रहे हैं। इसके बाद तीनों ने मिलकर अपनी दुकानों का सामान पड़ोस के एक घर में शिफ्ट करना शुरू कर दिया था।

सवाल : उपद्रव में जब गोली चली या भीड़ आई उनमें से किसी को पहचान सकते हो और किस लोकेशन पर युवक की मौत हुई।

जवाब : हम वहां पर नहीं थे। दुकान का सामान शिफ्ट कर रहे थे। इसीलिए किसी को पहचान नहीं सकते। शोर-शराबा सुनाई दे रहा था।

सवाल : आपको किस समय पता चला कि युवक की मौत हो गई है।

जवाब : हमें रात में घर जाते समय पता चला कि गोली लगने से फलां व्यक्ति की मौत हुई है।

नोट : एसआइटी ने तीनों से इसी तरह के करीब आठ सवाल पूछे हैं।

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