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दिन में तीन बार चिट्टे का इंजेक्शन लगाता था 18 साल का युवक, सात दिन में हो गई मौत

डबवाली में चौटाला रोड पर लघु सचिवालय के सामने स्थित इंदिरा नगर और सुंदर में बीते अप्रैल माह में नशे के कारण कई युवाओं की मौत हो गई। इस एक बहने बताया 23 अप्रैल को शाम साढ़े छह बजे का समय था।

By Naveen DalalEdited By: Published: Thu, 26 May 2022 05:59 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2022 05:59 PM (IST)
दिन में तीन बार चिट्टे का इंजेक्शन लगाता था 18 साल का युवक, सात दिन में हो गई मौत
मृतक की बहन ने बताया, 14 साल की उम्र में नशे की लत लगी थी।

डबवाली (सिरसा), संवाद सहयोगी। डबवाली में चौटाला रोड पर लघु सचिवालय के सामने स्थित इंदिरा नगर और सुंदर नगर। इन दोनों इलाकों में बीते अप्रैल माह में नशे के कारण कई युवाओं की मौत हो गई। मृतकों के स्वजन नशे की काली कहानी बयां कर रहे हैं। ऐसी कहानी, जिसे सुनकर पैरों तले से जमीन खिसक जाती है। पता चला है कि डबवाली जैसे शहर में नशा आसानी से उपलब्ध है। बात चाहे मेडिकल नशे की हो या फिर चिट्टे की। दोनों नगरों से कुछ कदम की दूरी पर लघु सचिवालय में बैठे प्रशासनिक तथा पुलिस अधिकारियों को ऐसी घटनाओं की कानों कान खबर तक नहीं।

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दिन में तीन बार चिट्टे का इंजेक्शन लगाता था, रोकते थे बिजली की तार पकड़ लेता था सुंदर नगर का युवक

23 अप्रैल को शाम साढ़े छह बजे का समय था। मैं और मेरा भाई घर पर थे। 10 मिनट के लिए घर छोड़ा था। वापिस लौटी तो उसका भाई जमीन पर पड़ा था। हाथ में चिट्टे का इंजेक्शन लगा हुआ था। कहानी यहीं खत्म नहीं होती, पूरी बात सुनिए। मृतक की उम्र 18 साल होगी। चार साल पहले, जब वह 14 वर्षीय बालक था, तो नशा करने लगा था। मुझे याद है, जब उसे पहली बार सिल्वर रोल से नशे का सेवन करते हुए देखा। उसे संगरिया, फिर कालांवाली में दाखिल करवाया गया।

उम्मीद थी कि नशा छोड़ देगा, ऐसा नहीं हुआ। वह वापिस लौटा तो ज्यादा नशा करने लगा। उसे रोकते थे, झगड़ते थे, वह बिजली की तार पकड़ लेता था, कहता था मुझे रोका तो जान दे दूंगा। वह नशे की तड़प के लिए बुरी तरह पागल हो चुका था। मरने से एक हफ्ते पहले की बात है, वह बहुत सारी सीरिंज खरीदकर लाया। घर पर रखी थी, मैंने सभी कुईं में फेंक दी। वह पुन: खरीद लाया। इस बार उसने झोंपडी में छुपाकर रखी दी। वह दिन में तीन बार इंजेक्शन लगाने लगा था।

आखिरकार उसकी मौत हो गई। उसे नशे की लत कैसे लगी या फिर वह किससे नशा खरीदता था, इसका तो पता नहीं। लेकिन यह बात साफ है कि नशा आसानी से मिल जाता था। वह दिहाड़ी मजदूरी करता था। जितना कमाता, उतना नशे में उड़ा देता था। मेरा भाई मर गया, आपके आगे हाथ जोड़ती हूं कि युवाओं को बचा लो। मेरे घर के सामने युवतियां, महिलाएं तक नशा कर रही हैं।

जैसा मृतक 18 वर्षीय युवक की बहन ने बताया

नशे के कारण मौत हुई है तो स्वजन साक्ष्यों के साथ शिकायत करें। हम जांच करेंगे, कोई दोषी मिला तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। लोग नशा बेचने वालों का नाम बताने या शिकायत करने में हिचक न रखें। यह सामाजिक बुराई है, इसके खात्मे के लिए आगे आएं।

----कुलदीप बैनीवाल, डीएसपी डबवाली


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