सालासर धाम मंदिर में श्रद्धालुओं ने माथा टेकर मांगी नये साल में शुभकामना, पढ़ें खबर
सिरसा की सिख संगत ने नये साल की उमंग श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी दे संग 17वां गुरमत समागम परंपरागत तरीके से गुरुद्वारा साहिब दसवीं पातशाही सूरतगढ़िया बाजार में मनाया। गुरु नानक देव जी गुरूबाणी से आई संगत को निहाल किया और आई हुई संगत के लिए लंगर चलाया गया।
सिरसा, जागरण संवाददाता। नये साल को लेकर लोगों ने शुभकामना दी। इसी के साथ सालासर धाम मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं ने माथा टेकर मन्नतें मांगी। इसी के साथ नये साल को लेकर शैक्षणिक संस्थानों में भी कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। वहीं रात्रि के समय भी जगह जगह नववर्ष को लेकर कार्यक्रम आयोजित हुए। इसी के साथ जैसे ही नववर्ष का आगमन हुआ लोगों ने पटाखें छोड़कर व केक काटा।
नये साल की उमंग, श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी दे संग कीर्तन समागम का आयोजन
शहर की सिख संगत ने, नये साल की उमंग, श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी दे संग 17वां गुरमत समागम परंपरागत तरीके से गुरुद्वारा साहिब दसवीं पातशाही सूरतगढ़िया बाजार में मनाया। पुराने साल की समाप्ति ओर नए साल के आगमन को लेकर संगत ने इस अवसर पर आयोजित धार्मिक दिवान में हाजरी लगाकर विश्र्व की भलाई के लिए अरदास की। इस अवसर पर रागी जत्थों ने कीर्तन द्वारा गुरु नानक देव जी गुरूबाणी से आई संगत को निहाल किया और आई हुई संगत के लिए लंगर चलाया गया।
संगत को जोड़ा
समागम में कीर्तनी जत्था भाई साहब बलविन्द्र सिंह, भाई सुखविन्द्र सिंह का जत्था, भाई हरविन्द्र सिंह का जत्था और नामधारी संगत कीर्तनी जत्थे द्वारा कीर्तन गायन, शब्द विचार एवं गुरु इतिहास के साथ आई हुई संगत को जोड़ा। सांझ सेवा सोसायटी के सेवादारों द्वारा शहर की संगत को पिछले कई सालों से गुरु की गोद में नये साल की शुरुआत का मौका मिल रहा है। सभी यहां गुरु ग्रंथ साहब जी महाराज का शुकराना अदा करने को अपना फर्ज समझते हैं। इसमें सरबत के भले विश्र्व मंगल कामना की अरदास होती है। गुरु घर के प्रति संगत की भावना के मद्देनजर ही यह गुरमत समागम हर साल आयोजित किया जाता है और इस समागम में कोविड-19 की गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया गया।