बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संदेश को सार्थक सिद्ध कर रहा सिरसा, लिंगानुपात में प्रदेश में प्रथम स्थान
सिरसा जिले में 2018 में एक हजार लड़कों पर 935 लड़कियों की संख्या दर्ज की गई है। इससे पूर्व वर्ष 2015 व 2016 में भी लिंगानुपात में सिरसा टॉप रहा था।
सिरसा, जेएनएन। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के संदेश को सिरसा जिला सार्थक सिद्ध कर रहा है। बेटियों को लेकर सिरसा जिले के लोग बेहद सजग नजर आ रहे हैं। लिंगानुपात मामले में सिरसा प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर रहा है। 2018 में एक हजार लड़कों पर 935 लड़कियों की संख्या दर्ज की गई है। इससे पूर्व वर्ष 2015 व 2016 में भी लिंगानुपात में सिरसा टॉप रहा था। जबकि 2017 में सिरसा चौथे स्थान पर खिसक गया था। स्वास्थ्य विभाग ने 2018 में लिंग जांच करने वालों पर सख्ताही करके तथा विभागीय कर्मचारियों से बेहतर तालमेल कर एक बार फिर से प्रदेशभर में पहले स्थान पर जगह बनाने में कामयाब हुआ है।
लिंगानुपात मामले में सिरसा जिला वर्ष 2018 में फिर से प्रदेश में पहले स्थान पर रहा है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों ने कर्मचारियों से बेहतर तालमेल स्थापित करते हुए कार्य किया और एक बार फिर से लिंगानुपात में अपने आप को प्रथम स्थान पर ला खड़ा किया है। पिछले चार साल में तीसरी बार सिरसा जिला प्रदेशभर में प्रथम स्थान पर आया है।
वर्ष लिंगानुपात स्थान
2015 915 प्रथम
2016 935 प्रथम
2017 928 चौथा
2018 935 प्रथम
लिंगानुपात में टॉप में आना मुश्किल नही है, इससे भी मुश्किल है प्रथम स्थान पर बरकरार रहना। सिरसा जिला पिछले चार सालों में तीसरी बार पूरे हरियाणा में प्रथम स्थान पर रहा है। इसके लिए जिला के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। वर्ष 2018 में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने पूरे तालमेल से कार्य किया साथ ही ङ्क्षलग जांच करने वालों पर भी नकेल कसी, जिस कारण ङ्क्षलगानुपात में सिरसा जिला इस बार 935 के साथ पहले स्थान पर आया है।
- डा. वीरेश भूषण, डिप्टी सीएमओ, सिरसा