Ram Mandir News: 20 साल से राम नाम से जाने जाते हैं हिसार के शहाबुद्दीन, शिलान्यास पर जलाए दीप
हिसार के शहाबुद्दीन कुरैशी पिछले करीब 20 सालों से गणेश रामलीला में राम की भूमिका को निभाते आ रहे हैं। इतना ही नहीं उनके बेटे समेत परिवार के छह लोग रामलीला में अभिनय करते हैं।
हिसार, जेएनएन। नाम शहाबुद्दीन कुरैशी। मजहब इस्लाम और पहचान भगवान राम। जी हां, हरियाणा के हिसार जिले के क्षेत्र आदमपुर में शहाबुद्दीन कुरैशी को भगवान राम के नाम से पहचान मिली हुई है। इसका कारण है शहाबुद्दीन कुरैशी पिछले करीब 20 सालों से गणेश रामलीला में राम की भूमिका को निभाते आ रहे हैं। इतना ही नहीं उनका बेटा भी अब राम की भूमिका में रामलीला में करने लगा है।
5 अगस्त 2020 को यादगार लम्हा बताते हुए शहाबुद्दीन कुरैशी ने कहा कि राम आस्था है। राम विश्वास हैं। राम श्रद्धा हैं। ऐसे में राम को लेकर हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई या अन्य किसी धर्म के होने का सवाल ही नहीं उठता। श्रीराम मानव के कल्याण के लिए धरा पर आए थे और इसलिए प्रत्येक मानव के लिए वे पूजनीय है। शहाबुद्दीन कुरैशी ने अपने घर और दुकान पर दीपमाला सजाकर राम मंदिर बनने का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि श्रीराम के जीवन का प्रत्येक क्षण मानव को शिक्षा देता है। हमें उनके दिखाए मार्ग पर चलकर मानव कल्याण में जीवन को समर्पित करना चाहिए। भारत देश दुनिया में एकमात्र ऐसा देश है जहां सभी धर्मों का सम्मान होता है। यहां पर धर्म के नाम पर राजनीति तो नेता जरुर करते हैं लेकिन वास्तव में धरातल पर हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई में कोई फर्क नहीं है।
शहाबुद्दीन कुरैशी ने कहा कि आदमपुर कस्बा हिंदू प्रधान कस्बा है। लेकिन इसके बाद भी उनको राम की भूमिका आदर सहित दी जाती है। अब राम ही उनकी पहचान बन चुकी है। आज उनके परिवार 6 सदस्य रामलीला में भूमिका निभा रहे हैं। इनमें वो स्वयं राम की भूमिका निभाते हैं जबकि अनीफ मोहम्मद जनक, लतीफ मोहम्मद भरत, सरीफ मोहम्मद नारद और साजिद कुरैशी मंथरा का किरदार निभा रहे हैं। उनका 17 वर्षीय बेटा प्रवेज कुरैशी भी राम रोल में अहम भूमिका निभा रहा है। मानवता के प्रति उनकी सोच के कारण उन्हें जानने वाले लाेग भी आदर भाव से देखते हैं। परिवार के लोग भी बेहद धर्म निरपेक्ष हैं।
हिसार और आस-पास के जिलों की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें