हिसार में रोहतक के रिटायर्ड मेजर जनरल ने प्लाट बेचकर की एक करोड़ की धोखाधड़ी, जानें पूरा मामला
हिसार पुलिस को दी शिकायत में अमित कुकरेजा ने बताया की उसका माडल टाउन में “भरोसा प्रोपर्टीज” के नाम से कार्यालय है। एक रिहायशी प्लाट जो हिसार सेक्टर 5 में है उसे बेचने के लिए शमशेर सिंह ने इंटरनेट के माध्यम से उसका नंबर लिया।
हिसार, जागरण संवादाता। हिसार की हेतराम पार्क कालोनी निवासी अमित ने रोहतक के रिटायर्ड मेजर जनरल पर प्लाट बेचने के नाम पर एक करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उसने मामले में अर्बन एस्टेट थाना पुलिस को शिकायत दी है।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार
पुलिस को दी शिकायत में अमित कुकरेजा ने बताया की उसका माडल टाउन में “भरोसा प्रोपर्टीज” के नाम से कार्यालय है। उसने बताया कि एक रिहायशी प्लाट जो हिसार सेक्टर 5 में है, उसे बेचने के लिए शमशेर सिंह ने इंटरनेट के माध्यम से उसका नंबर लेकर फोन करके अपना प्लाट बेचने की पेशकश की। उसने इस सौदे के लिए ग्राहक ढूंढ़ने की कोशिश की। लेकिन उस कीमत का कोई ग्राहक बाजार में नहीं मिला। क्योंकि उन दिनों सेक्टर-5, में लगभग 6000 प्रति वर्ग गज की एन्हांसमेंट आई हुई थी। जनवरी 2019 से अक्टूबर 2019 तक प्लाट के सौदे तथा मोलभाव बारे आरोपित से कई बार फोन पर बात हुई। आरोपित ने उसे बताया की उसने हुडा में प्लाट के लिए लगभग 55.50 लाख रुपये भरे हुए है। उसे कम से कम भरे हुए पैसे तो मिलने ही चाहिए।
आरोपित शमशेर 2019 पत्नी के साथ पहुंचा था आफिस
आरोपित शमशेर सिंह ने सौदे में ये शर्त भी रख दी थी कि वह न तो 6000 प्रति वर्ग गज की एन्हांसमेंट भरेगा और न ही वह अपने नाम हुडा से स्टाम्प, रजिस्ट्रेशन का खर्चा देगा। यह खर्चा लगभग 44 लाख रूपये बनता है। जब प्लाट का कोई ग्राहक नहीं मिला तो उक्त आरोपित ने कहा कि उसे पैसों की जरूरत है, वह खुद इस प्लाट को खरीद लें, भविष्य में कोई ग्राहक मिलेगा तो वह डायरेक्ट प्लाट उसके नाम करवा देगा और आपसे जो भी रकम खाते में लेगा वह वापिस कर देगा। उक्त आरोपित के बार-बार आग्रह करने पर अमित ने स्वयं यह प्लाट खरीदने का विचार बना लिया। दो अक्टूबर 2019 को आरोपित शमशेर सिंह अपनी पत्नी के साथ उसके आफिस में आया और सौदे की बाबत सारी नियम व शर्तें साझा की और इस शर्त पर सौदा फाइनल किया कि वह उसे बयाना राशि दे दें।
जान से मारने की धमकी
अमित ने बताया कि इसके बाद उसने आरोपित को एक करोड़ 50 लाख रुपये उसके बैंक खाता में डाल दिए थे। जिसमें से आरोपित ने उसे 39 लाख रुपये वापस किए थे। लेकिन आरोपित ने प्लाट की कीमत अदा होने के बाद भी प्लाट उसके नाम नहीं किया। उसे कहा तो वह वह बार-बार टालता रहा। कभी उसने इनकम टैक्स का छापा लगने की बात कहीं तो कभी खुद के काेरोना संक्रमित होने का बहाना बनाया। पीड़ित ने बताया कि वह उनके घर गया तो आरोपित ने के बेटे ने उससे गाली -गलौच की और जान से मारने की धमकी दी। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।