MDU में शोध छात्रा बोली- HOD ने किया मेरा यौन शोषण, फिर जमकर किया हंगामा
रोहतक के मदवि के फिजिकल एजुकेशन की एक शोध छात्रा ने एनओडी पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। छात्रा को विश्वविद्यालय में एंट्री न दिए जाने पर उसने जमकर हंगामा किया।
रोहतक, जेएनएन। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट की पीएचडी शोधार्थी व गेस्ट फैकल्टी ने हेड ऑफ डिपार्टमेंट (एचओडी) पर यौन शोषण करने और जाति सूचक शब्द कहने का आरोप लगाया है। शोधार्थी ने विवि के अंदर प्रवेश नहीं करने देने पर गेट पर हंगामा मचाया। दूसरी और एचओडी ने शोधार्थी पर ही उनसे व विभाग की महिला स्वीपर से गाली-गलौज करने व जबरदस्ती कार्यालय में घुसने की शिकायत पुलिस में दी है। एचओडी 29 जून को विवि प्रबंधन को भी शोधार्थी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत कर चुके हैं।
एचओडी ने 29 जून को उनसे व स्टाफ सदस्य से अभद्रता पहले ही कर रखी है शिकायत
शोधार्थी जैसे ही विवि के गेट नंबर तीन पर पहुंची। सुरक्षा कर्मियों ने उसे अंदर जाने से रोक दिया गया। शोधार्थी का कहना है कि उसे पिछले चार दिन से गेट से ही यह कहकर लौटा दिया जाता है कि उसकी एंट्री बैन की गई है। ऐसा करने पर छात्र एकता मंच के सदस्यों के साथ शोधार्थी विवि के गेट नंबर तीन पर ही धरना देकर बैठ गई। काफी देर तक प्रवेश को लेकर शोधार्थी ने हंगामा किया। इसके बाद पुलिस आई व उसे प्रवेश कराया।
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''पीएचडी में एडमिशन के दौरान ही एचओडी ने अभद्रता की थी। पीएचडी के साथ ही विभाग में ही बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर (गेस्ट फैकल्टी) सेवाएं दे रही हूं। वेतन भी पूरा नहीं दिया जा रहा। क्लास के बीच में ही कई बार एचओडी आकर अभद्रता करते हैं। एचओडी के शारीरिक शोषण के इरादों को ठुकराने के बाद से ही वह इस तरह की हरकत कर रहे हैं। एमडीयू प्रशासन को भी लिखित में उनके खिलाफ शिकायत दे चुकी हूं। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। एचओडी अब गुंडागर्दी पर उतर आएं हैं। विवि में प्रवेश पर रोक लगवा दी। महिला सुरक्षाकर्मियों द्वारा मारपीट कराई गई।
- शोधार्थी छात्रा।
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'' शोधार्थी का पीएचडी रजिस्ट्रेशन अवैध है। विवि के साथ ही पुलिस भी जांच कर रही है। 29 जून को विभाग में यूनिवर्सिटी सिक्योरिटी के कंट्रोलर, विभाग के क्लर्क और महिला स्वीपर की मौजूदगी में पीएचडी सेमिनार कराने और सेलरी को लेकर अभद्र व्यवहार किया था। शोधार्थी ने धमकी दी कि ऐसा न करने पर उनका नाम लिखकर आत्महत्या कर लेगी। इसके बाद विवि प्रशासन को लिखित में शिकायत देकर जांच होने तक एचओडी कार्यालय में शोधार्थी के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की थी। साथ ही वर्किंग आवर्स में एक महिला सुरक्षाकर्मी तैनात करने का भी आग्रह किया था।
- प्रो. आरपी गर्ग, एचओडी, फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट, एमडीयू।