लग्जरी गाडि़यों से महंगे नस्ली पशुओं ने की रैंप वॉक तो बालीवुड स्टार के आगमन सा हुआ आलम
लग्जरी गाडि़यों से खास और ऊंची नस्ल और करोड़ों रुपये कीमत के पशु जब रैंप पर उतरे तो हर कोई उत्साह से भर गया। हर कोई इस पल को कैमरे में कैद कर लेना चाहता था।
झज्जर [अमित पोपली] रेड की जगह ग्रीन कॉरपेट से तैयार कई फुट तक लंबा रैंप। लाइव कमेंटरी के साथ बैकग्राउंड में जोरदार म्यूजिक। पुलिस लाइन के ओपन ग्राउंड में डिस्पले। मगर यहां महिला पुरुष मॉडल नहीं बल्कि एक के बाद एक उम्दा नस्ल के पशुओं का रैंप वॉक हो रहा था। साथ में रैंप पर पशुओं के पालक भी उतरे तो भीड़ ने जोरदार तालियां बजाकर अभिवादन किया। लग्जरी गाडि़यों से भी ऊंची नस्ल और करोड़ों रुपये कीमत के पशु जब रैंप पर उतरे तो हर कोई उत्साह से भर गया। हर कोई इस पल को कैमरे में कैद कर लेना चाहता था इसलिए सभी लोग मोबाइल फोन में फोटो व वीडियो बनाते नजर आए। मंचासीन मंत्री भी शो को देखने के लिए काफी उत्सुक दिखाई दिए। ऐसा ही नजारा दिल्ली रोड स्थित झज्जर के पुलिस लाइन में आयोजित राज्य स्तरीय पशु प्रदर्शनी में देखने को मिला। तीन दिवसीय इस मेले का रविवार को समापन होने जा रहा है।
फिल्मी स्टारों के नाम पर पशुओं के नाम
दारा, सिकंदर, सम्राट, युवराज, गोरी, कमांडो, सुल्तान, रानी बेशक ही ऐसे नाम है। जिन्हें हम रोजाना सुनते है। बात पशु मेले की है तो यहां उत्तम नस्ल के इन पशुओं के नाम भी उसी तर्ज पर किया गया है। जैसा कि परिवार या फिल्म में किसी सदस्य का नामकरण होता है। दिलचस्प बात तो यह है कि पशुधन के मुरीद जो भी यहां पहुंच रहे हैं वह भी पशुओं की विशेषताओं की जानकारी हासिल करने में खास रुचि दिखा रहे हैं। झज्जर में यह इस प्रदर्शनी का लगातार दूसरा साल है। इसलिए भी स्थानीय लोग इन्हें देखने को खासे उत्साहित दिखें।
हरियाणा का हर पशु किसी भी सेलिब्रिटी से नहीं होगा कम
रैंप पर चलते मुर्राह भैंस व देसी नस्लों के गोवंश को सेलिब्रिटी बताते हुए कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि यहां लोग पशुधन की फोटो खींच रहे हैं। जब ये फोटो मोबाइल से दुनिया भर में वायरल होंगी तो हरियाणा का हर पशु किसी भी सेलिब्रिटी से कम नहीं होगा। उन्होंने भारतीय देसी नस्ल की गाय का जिक्र करते हुए कहा कि ब्राजील तक आज हमारी ही गाय और गोवंश का जिक्र है।
... कह देना कि हमारे यहां नहीं होता कोई भाई-भतीजावाद
पशुधन प्रदर्शनी में ड्रा निकाले जा रहे थे तो पांच गद्दों का पहला इनाम सांघी में रहने वाले एक व्यक्ति के नाम पर निकला। पहले तो काफी समय तक ड्रा में घोषित विजेता मंच तक पहुंचे ही नहीं। हालांकि, सांघी के व्यक्ति का नाम आने के बाद कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ मुस्कराएं और बोले कि देख लो भाई हमारे यहां कोई किसी के साथ भी फर्क नहीं किया जाता। इनाम ढाकला का नहीं बल्कि सांघी का निकाला है। चूंकि ढाकला कृषि मंत्री का पैतृक गांव है और सांघी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का पैतृक गांव है।
बेशक ही यहां पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का सीधे तौर पर नाम तो नहीं लिया। लेकिन वे चुटकी लेने से भी नहीं चूकें। कई दफा आवाज लगाए जाने के बाद जब सांघी गांव का ग्रामीण मंच पर पहुंचा तो उसे सर्टिफिकेट देने के बाद दोबारा से कैबिनेट मंत्री ने बगैर किसी का नाम लेते हुए कहा कि भाई बता देना कि हमारे यहां पर कोई भाई-भतीजावाद नहीं होता। सभी को एक जैसी नजर और सभी के साथ एक जैसा व्यवहार किया जाता है।