राखी गढ़ी को बनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय पर्यटनस्थल, पर्यटन मंत्री ने दी मंजूरी
सुनील मान नारनौंद हड़प्पाकालीन सभ्यता को लेकर राखी गढ़ी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थ
सुनील मान, नारनौंद
हड़प्पाकालीन सभ्यता को लेकर राखी गढ़ी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल के रूप विकसित किया जाएगा। हरियाणा सरकार के इस प्रस्ताव पर केंद्र सरकार ने भी मुहर लगा दी है। करोड़ों रुपयों की लागत से एक आधुनिक म्यूजियम का भी निर्माण कार्य जोरों से किया जा रहा है।
करीब पांच हजार वर्ष पुरानी हड़प्पाकालीन सभ्यता के अवशेष राखी गढ़ी के टीलों में मिले हैं। इन्हीं टीलों में मिले नर कंकालों के डीएनए से ये भी पता हो गया है कि ये सभ्यता करीब पांच हजार वर्ष पुरानी है। हालांकि अभी डीएनए रिपोर्ट का पूरा खुलासा नहीं हो पाया है। इतनी पुरानी सभ्यता को लेकर हरियाणा सरकार के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने इस गांव में म्यूजियम बनाने के लिए 25 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी करवाकर म्यूजियम बनाने का काम शुरू करवा दिया। अब वित्तमंत्री की मेहनत से ही इस गांव को केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन स्थल विकसित करने को लेकर हरी झंडी दे दी है। ऐसा होने के बाद प्रदेश में विदेशों से भी पर्यटक आएंगे और सरकार की आमदनी के स्त्रोत भी बढ़ेंगे। वहीं रोजगार के दरवाजे भी खुल जाएंगे। अब भी प्रत्येक वर्ष विदेशों से सैकड़ों सैलानी अपनी जिज्ञासा को शांत करने के लिए राखी गढ़ी के टीलों का दौरा करने पहुंचते हैं। कैप्टन अभिमन्यु ने बताया कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित पर्यटन मंत्रियों का राष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के पर्यटन मंत्रियों द्वारा उनके राज्यों में पर्यटन विकास की संभावनाओं के बारे में विवरण कर केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय से प्रस्ताव किए गए। इसी क्रम में हरियाणा की ओर से भी विश्व के प्राचीनतम स्थल राखी गढ़ी को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने का प्रस्ताव रखा गया था। हरियाणा के शिक्षा एवं पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा ने बताया कि सिधू घाटी सभ्यता के विश्व के सबसे पुराने पुरातत्व स्थल राखी गढ़ी को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने के लिए केंद्रीय मंत्री के सामने प्रस्ताव रखा गया था तो उन्होंने इस पर अपनी सहमति दे दी है।