राजस्थान जाते हुए छारा टोल पर रुके राकेश टिकैत, बोले- ट्रैक्टर तैयार रखो, कभी भी हो सकता दिल्ली कूच
बहादुरगढ़ से 25 किलोमीटर दूर छारा टोल पर राकेश टिकैत ने कहा कि अपने ट्रैक्टरों में डीजल भरवाकर तैयार रखो क्योंकि कभी भी दिल्ली कूच के लिए कॉल आ सकती है। इस बार जब भी दिल्ली कूच होगा तो 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ होगा।
बहादुरगढ़, जेएनएन। तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के बीच लगातार महापंचायतों में पहुंच रहे राकेश टिकैत मंगलवार को राजस्थान जाते हुए बहादुरगढ़ से करीब 25 किलोमीटर दूर छारा गांव के टोल पर कुछ मिनटों के लिए रुके। यहां पर किसानों ने टिकैत का स्वागत किया। टिकैत ने भी समर्थकों के साथ फोटो खिंचवाए। साथ ही किसानों से यह आह्वान दोहराया कि धरने और आंदोलन को मजबूत रखो।
अपने ट्रैक्टरों में डीजल भरवाकर तैयार रखो, क्योंकि कभी भी दिल्ली कूच के लिए कॉल आ सकती है। इस बार जब भी दिल्ली कूच होगा तो 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ होगा। छारा टोल पर भाकियू के नेता डंपी पहलवान और छारा से किसान नेता चिंटू समेत काफी लोगों ने टिकैत का स्वागत किया।
संयुक्त मोर्चा के ऐलान पर भी टिकी है नजर
इस बीच संयुक्त मोर्चा की ओर से आज बैठक के बाद अागामी रणनीति को लेकर क्या ऐलान किया जाता है, इस पर सभी किसानों की नजर टिकी हुई है। इस पूरे महीने की गतिविधियों को लेकर प्लानिंग हो रही है। इधर, फसल का सीजन आने के कारण अब धीरे-धीरे ट्रैक्टर-ट्राली कम हो रही हैं और किसान सड़काें के साथ-साथ या फिर डिवाइडरों पर तंबू और टेंट लगा रहे हैं।
फिलहाल कुछ जगहाें पर गेहूं की फसल में अंतिम सिंचाई का दौर चल रहा है। इसमें भी किसान व्यस्त हैं। यहीं वजह है कि धरना स्थल पर किसानों की उपस्थिति फिलहाल कम है और अलग-अलग हिस्सों में हो रही महापंचायतें और सम्मेलनों में आंदोलन के बड़े नेता व्यस्त हैं।