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सिरसा में कूड़ा उठाने वाले गाड़ियों के चालकों में रोष, नगर परिषद कार्यालय के आगे शुरू किया धरना

सिरसा नगर परिषद कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मनोट अटवा अजय कुमार सुनील कुमार जोलर सिंह मुकेश कुमार ने कहा कि शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली में गाड़ियों में 25 कर्मचारियों को लगाया गयाा था। जिनको ठेकेदार ने जीपीएस लगाने की बात कहकर चाबियां ले ली।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 03:50 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 03:50 PM (IST)
सिरसा में कूड़ा उठाने वाले गाड़ियों के चालकों में रोष, नगर परिषद कार्यालय के आगे शुरू किया धरना
सिरसा में नगर परिषद कार्यालय के सामने कर्मचारियों ने दिया धरना।

सिरसा, जागरण संवाददाता। सिरसा में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों के चालकों ने कार्य से हटाने पर नगर परिषद कार्यालय के सामने शनिवार को धरना शुरू कर दिया। नगर परिषद कार्यालय के गेट के बीचोबीच बैठकर कर्मचारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी। सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदनलाल खोथ ने कर्मचारियों को समर्थन दिया। धरना की सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना प्रभारी रामनिवास पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

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ठेकेदार ने कर्मचारियों ने हटाया

नगर परिषद कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मनोट अटवा, अजय कुमार, सुनील कुमार, जोलर सिंह, मुकेश कुमार ने कहा कि शहर में डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली में गाड़ियों में 25 कर्मचारियों को लगाया गयाा था। जिनको ठेकेदार ने जीपीएस लगाने की बात कहकर चाबियां ले ली। इसके बाद हटा दिया गया। चालकों ने कहा कि ठेकेदार डीसी से भी कम रेट दे रहा था। जिसको लेकर जिला उपायुक्त को शिकायत दी गई। इस पर उपायुक्त ने नगर परिषद ईओ को कार्रवाई के लिए लिखा। उन्होंने कहा कि 31 वार्डो में से कूड़ा उठाने के लिए 25 गाड़ियों को लगाया गया है। जिन पर चालकों को पिछले तीन सालों से रखा हुआ है। कर्मचारियों को हटाकर ऐसे में बेरोजगार कर दिया गया है। जब तक कर्मचारियों को वापस नहीं रखा जाएगा। कर्मचारियों का धरना जारी रहेगा। घरों पर गाड़ियां कुड़ा लेने के लिए नहीं पहुच रही है तो लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

हम कर्मचारियों के साथ

सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मदनलाल खोथ ने गाड़ियों से हटाए गये कर्मचारियों को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि तीन साल से कर्मचारी कार्य में लगे हुए थे। अब ठेकेदार ने डीसी रेट मांगने पर हटा दिया है। ठेेकेदार की मनमर्जी नहीं चलने देंगे। जब तक कर्मचारियों को वापस नहीं रखा जाएगा। तब तक कर्मचारियों के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा। इससे पहले जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा।


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