व्यवसाय कुंज फेस-3 में समस्याओं का अंबार
फेस-3 में पीने के पानी सीवर व सड़कों का प्रावधान आज तक नहीं किया गया। वर्षो पहले डाली गई सीवर की लाइन में कूड़ा-कचरा जाने से तथा सीवरेज की निकासी नहीं होने से बरसात का पानी सड़कों पर जमा रहता है।
जागरण संवाददाता, हिसार : बाबा विश्वकर्मा समिति, व्यापार एवं व्यवसाय कुंज फेस-3 के दुकानदारों व मिस्त्रियों ने फेस-3 की दुर्दशा पर चिता जताते हुए यहां विकास कार्य करवाए जाने की मांग को लेकर अनेकों द्वार खटखटाने के बावजूद अब पुन: नगर निगम के आयुक्त, मेयर, अतिरिक्त मुख्य सचिव शहरी निकाय विभाग चंडीगढ़, मुख्यमंत्री व कार्यकारी अभियंता नगर निगम को पत्र भेजा है।
पत्र में फेस-3 की बाबा विश्वकर्मा समिति के प्रधान ओमपाल सिंह ने कहा कि 13 साल पहले वर्ष 2007 में हिसार सुधार मंडल द्वारा व्यापार कुंज परियोजना फेस-3 में बगैर मूलभूत सुविधाओं के कब्जे दिए गए, लेकिन फेस-3 में पीने के पानी, सीवर व सड़कों का प्रावधान आज तक नहीं किया गया। वर्षो पहले डाली गई सीवर की लाइन में कूड़ा-कचरा जाने से तथा सीवरेज की निकासी नहीं होने से बरसात का पानी सड़कों पर जमा रहता है।
पत्र में कहा गया है कि सड़कों के निर्माण में क्वालिटी के मापदंड की गणना नहीं की गई। जिस कारण तारकोल निकल कर सड़क पर बिखर गया है। सड़कें गड्ढों में तबदील हो गई हैं। तत्कालीन हिसार सुधार मंडल अपने कार्यकाल में फेस-3 में जन स्वास्थ्य विभाग से पीने के पानी का प्रबंध कराने में असफल रहा है। परिणामस्वरूप बगैर पानी के बूस्टिंग स्टेशन, पाइप लाइन व सीवर लाइन बेकार पड़े हैं। सीवरेज डिस्पोजल का कोई प्रावधान नहीं है। पूरे फेस-3 में पानी खरीदकर काम चलाया जा रहा है। फेस-3 में गंदगी का साम्राज्य है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। डिवाइडर भी टूट चुके हैं।
गेट खोलने व बंद करने का कोई नियम नहीं : प्रधान
समिति प्रधान ओमपाल सिंह ने कहा है कि सड़कों पर कंडम गाड़ियों के खड़े होने, खाली प्लॉटों में कंटेनर, खोखे व पेटियां रखने से अवैध कब्जे हो गए हैं। फेस-3 के गेट नंबर 2 से पूरी मार्केट का आवागमन होता है। गेट के खोलने व बंद करने का कोई समय निश्चित नहीं है। इस गेट को रात्रि 9 से सुबह 6 बजे तक बंद रखा जाए। समिति ने अधिकारियों से मौके पर दौरा करके मार्केट से अतिक्रमण हटाने, सफाई व अन्य व्यवस्था कराने की मांग की है।