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स्वाद की थाली में फिर लगा मंहगाई का तड़का

बीते दिनों में गर्मी से महज इंसान ही नहीं बल्कि बाकी चीजें भी झुलसी हैं। इसका सबसे ज्यादा असर सब्जी और फलों के दाम पर पड़ा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Jun 2018 02:37 PM (IST)Updated: Wed, 27 Jun 2018 02:37 PM (IST)
स्वाद की थाली में फिर लगा मंहगाई का तड़का
स्वाद की थाली में फिर लगा मंहगाई का तड़का

जेएनएन, हिसार : बीते दिनों में गर्मी से महज इंसान ही नहीं बल्कि बाकी चीजें भी झुलसी हैं। इसका सबसे ज्यादा असर सब्जी और फलों के दाम पर पड़ा है। महज पंद्रह दिन पहले जिस सब्जी के भाव बेहद सस्ते थे उन्हीं सब्जी के दाम अब तीन से चार गुना तक बढ़ चुके हैं। सब्जी खा पाना आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है तो वहीं महिलाओं की रसोई का बजट भी बढ़ गया है। पहले जहा हरी सब्जियों को लोग स्लाद के तौर पर खा रहे थे वहीं अब रोटी-सब्जी बना काम चलाना पड़ रहा है। स्वाद की थाली में मंहगाई का तड़का लगने का कारण हाल में कई दिनों तक चलने वाले अंधड़ और धूल के गुबार को बताया जा रहा है। सब्जी मंडी में ही सब्जी के दाम आसमान छू रहे हैं और ग्राहकों को सब्जी कई गुना दाम में खरीदनी पड़ रही है। वहीं इसकी तुलना में दाल के भाव लोगों को रास आ रहे हैं। सीजनल और बेल पर लगने वाली सब्जियों के अलावा अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़े हैं। मगर सीजनल सब्जियों में बढ़ोतरी ज्यादा हुई है।

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- सब्जी - 15 दिन पहले भाव - अब भाव

टमाटर 10 रुपये 30 से 35 रुपये

हाइब्रिड खीरा 15 रुपये 25 से 30 रुपये

देसी खीरा 15 रुपये 30 से 35 रुपये

चाइनीज खीरा 30 रुपये 50 से 55 रुपये

तोरी 15 रुपये 30 से 35 रुपये

घीया 10 रुपये 35 से 40 रुपये

शिमला मिर्च 30 रुपये 65 से 70 रुपये

प्याज 10 रुपये 20 से 25 रुपये

ककड़ी 15 रुपये 25 से 30 रुपये

भिंडी 20 रुपये 40 से 45 रुपये

पेठा 10 रुपये 20 से 25 रुपये

आलू 10 रुपये 20 से 25 रुपये नोट : सभी भाव प्रति किलोग्राम के हिसाब से हैं स्लाद के तौर पर हरी सब्जियों की ज्यादा लागत

कुछ सब्जियों के अलावा गर्मियों में हरी सब्जियों की डिमाड स्लाद के तौर पर भी ज्यादा रहती है। टमाटर, खीरा, ककड़ी, प्याज आदि का प्रयोग सब्जी बनाने की तरह ही स्लाद के तौर भी होता है। ऐसे में इन सब्जियों की लागत बेहद ज्यादा होती है। पोषक तत्वों से भरपूर इन सब्जियों के दाम बढऩे से अब स्लाद के तौर पर सब्जिया कम ही खाई जा रही है। ऋषि नगर निवासी गृहणी सरिता देवी ने कहा कि सब्जियों के दाम बढऩे से रसोई बजट ही बिगड़ गया है। अर्बन एस्टेट निवासी बेबी ने कहा कि अब स्लाद के तौर पर सब्जिया खिला पाना बेहद मुश्किल हो गया है। अभी राहत मिलने की कम उम्मीद

सब्जी मंडी सब्जी व्यापारी हरी विशाल ने कहा कि गर्मी और तेज हवाओं के चलते फल झड़ गया है तो आगे भी फूल लगने में दिक्कत आ रही है। इसके अलावा आगे बारिश शुरू होने पर पर सब्जियों की आवक को लेकर परेशानी हो सकती है। इसलिए अभी हाल में ही सब्जी के दामों में कमी होने के आसार कम ही हैं। वहीं प्याज के भाव भी कुछ ही दिनों में बढऩे के आसार हैं क्योंकि नासिक से आने वाले प्याज की आवक बारिश होने के अनुसार ही होगी। सब्जी की पैदावार और आवक है कम

बीते दिनों अंधड़ और तेज धूप और हवाओं के चलते बेल और सब्जी सूख गई है। इसके चलते पैदावार कम हुई है और आवक भी। टमाटर और प्याज भी अब बाहर से आ रहे हैं और प्रदेश में होने वाली पैदावार खत्म होने की कगार पर है। अभी एक महीने तक सब्जियों के भाव इसी तरह से रहने के आसार हैं।

सुरेश जुनेजा, प्रधान, न्यू सब्जी मंडी वेलफेयर एसोसिएशन,


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