31 जनवरी को शुरू होगा पोलियो महाअभियान, 90 हजार बच्चों को पिलाई जाएगी दवा
31 जनवरी से शुरू होने वाला महाअभियान 2 फरवरी तक चलेगा। कोरोना काे देखते हुए इस बार नियमों में बदलाव किया गया है। पहले हेल्थ वर्कर प्रत्येक घर के अंदर चले जाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं करेंगे। कोरोना को देखते हुए नियमों का पालन किया जाएगा।
फतेहाबाद, जेएनएन। कोरोना की वैक्सीन आने के बाद फिर से भारत को पोलियो मुक्त बनाने के लिए महाअभियान शुरू होगा। यह अभियान बड़े स्तर पर होगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को अभी से तैयारी शुरू कर दी। 31 जनवरी से शुरू होने वाला महाअभियान 2 फरवरी तक चलेगा। यानी तीन दिनों तक चलने वाले इस अभियान में गांव ही नहीं ढाणियों को कवर किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पोलिया महाअभियान का चक्र पहले की तरह चलेगा। जिसमें एक भी बच्चा नहीं छूटेगा। हेल्थ वर्कर घर-घर जाकर 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाएंगे।
कोरोना काे देखते हुए इस बार नियमों में बदलाव किया गया है। पहले हेल्थ वर्कर प्रत्येक घर के अंदर चले जाते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं करेंगे। कोरोना को देखते हुए नियमों का पालन किया जाएगा। इस अभियान के तहत फतेहाबाद जिले में 5 वर्ष तक के लगभग 90 हजार बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएंगी। पोलियो अभियान के मद्देनजर जिला में 594 पोलियो बूथ बनाए गये है। जिले में लगभग एक लाख 62 हजार घरों में जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। अभियान के पहले दिन पोलियो बूथ पर ही पोलियो की खुराक पिलाई जायेगी। इस दौरान कोविड-19 के संक्रमण के बचाव का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
पोलियो अभियान का ये बदला तरीका
स्वास्थ्यकर्मी न सिर्फ मास्क पहनेंगे बल्कि ग्लब्स पहनकर पोलियो से सुरक्षा के तहत दवा पिलाएंगे। इतना ही नहीं पहली बार बच्चे को दवा पिलाने का तरीका बदला है। अब स्वास्थ्यकर्मी घर-घर तो जाएंगे परंतु घर के अन्दर प्रवेश नहीं करेंगे। परिजनों को गेट पर बच्चा लाकर वहीं दवा पिलाने का आग्रह करेंगे। यहीं पर मार्किंग व शीट में जानकारी अंकित होगी। इस दौरान स्वास्थ्यकर्मी बच्चों को हाथ नहीं लगायेगा। स्वजन से ही बच्चे का मुंह खुलवाकर उसमें दो खुराक डालेगा। इस दौरान सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चे के साथ मौजूद परिजन बीमार ना हो। अस्वस्थ स्वास्थ्यकर्मी की ड्यूटी नहीं लगेगी। एक समय में पांच से ज्यादा बच्चों के परिजनों को एकत्रित नहीं होने दिया जाएगा। शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा जाएगा। जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों पर 31 जनवरी से 2 फरवरी तक पोलियो अभियान चलाया जाएगा।
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स्वास्थ्य विभाग के पास हर घर व बच्चे के आंकड़े :
स्वास्थ्य विभाग के पास हर घर व बच्चे के आंकड़े मौजूद है। इसकी वजह है कि स्वास्थ्य हेल्थ वर्कर व आंगनबाड़ी में बच्चे की रिपोर्ट है। वैसे तो ये वर्कर हर घरों में जाएंगे। लेकिन उनका फोक्स उन घरों में है। जहां पर 5 साल से कम आयु के बच्चे हैं। जिले में 90 हजार बच्चे है। जो करीब 60 हजार घरों में है।
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अब जरा आंकड़ों पर डाले नजर
कब चलेगा पोलियाे अभियान : 31 जनवरी से 2 फरवरी
पोलियाे बूथ पर कब पिलाई जाएगी खुराक : 31 जनवरी
घर-घर जाकर कब पिलाएंगे दवा : 1 व 2 फरवरी
जिले मे कितने है घर : 1 लाख 62 हजार
जिले में कितने बच्चों को पिलाई जाएगी दवा : 90 हजार
जिले में कितने बनाए गए पोलियो बूथ : 594
प्रत्येक बूथ पर कितने रहेंगे कर्मचारी : 2
पोलिया महाअभियान के लिए तैयारी जोरों पर : सोखी
जिले में 31 जनवरी व 2 फरवरी तक तक पोलियो अभियान चलाया जा रहा है। इस बार कोरोना के कारण नियमों बदलाव किया गया है। सभी हेल्थ वर्करों को आदेश दे दिया कि वे किसी के घर न जाए। वहीं परिजनों से ही कहे कि बच्चे का मुंह खोले। वही हेल्थ वर्करों को मास्क व अन्य जरूरी नियमों का पालन करना होगा। इसके अलावा सभी कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दे दी गई है।
- डा. सुनीता सोखी, उपसिविल सर्जन स्वास्थ्य विभाग, फतेहाबाद।