हिसार में PCR से युवक को कुचलने के मामले में पुलिसकर्मी बोले- हमारी कोई गलती नहीं
ईएएसआइ राजबीर में रखा अपना पक्ष। कहा हम तो मक्का लेने के लिए रुके थे। युवक डर कर भागा। भागने पर पीसीआर पीछे दौड़ाई थी वह खंभे से टकरा कर सड़क पर गिरा तो गाड़ी के नीचे आया
युवक और उनकी पीसीआर में था काफी गैप, बाद में हम ही ले गए थे अस्पताल
हिसार, जेएनएन। हांसी के मुलतान चौक पर वर्दी धुलवाने को दी हुई थी। सोमवार को वर्दी नहीं मिली तो वे मुलतान चौक से पीसीआर से सिसाय पुल नाके की ओर चल पड़े। रास्ते में पीसीआर का मूल ड्राइवर उमेश मक्का लेने के लिए उतरा। मैं उसी समय ड्राइवर सीट पर बैठा था। उमेश जब नीचे उतारा तो उसे देखकर बाइक सवार युवक भाग लिया। वह क्यों भागा, नहीं पता। युवक को अचानक भागते देख उन्होंने पीसीआर पीछे लगाई तो युवक घबराहट में खंभे से टकरा गया और सड़क पर गिर गया।
उसके कारण वह पीसीआर के नीचे आ गया। हम खुद घायल रविंद्र को उठाकर अस्पताल लेकर गए। हमने युवक को नहीं रोका था। हमारी इसमें कोई गलती नहीं थी। यह बात हांसी की जींद चुंगी पर पीसीआर के नीचे आए रविंद्र की मौत के मामले में इंचार्ज ईएएसआइ राजबीर ने विशेष बातचीत में कही। मगर असलियत क्या है इस बात का पता तो पूरी जांच होने के बाद ही पता चलेगा।
बता दें कि हांसी में एक दुकान पर काम करने वाला युवक सड़क पर खड़ा था और उसके पास जैसे ही पुलिस पीसीआर आकर रुकी तो उसने बाइक दौड़ा दी। वह हादसे का शिकार हुआ और उसकी मौत हो गई। इसके बाद मृतक के परिजनों ने इत्फाकिया कार्रवाई के बयान भी दे दिए। मगर घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मिली तो उसमें देखा कि पुलिस पीसीआर का टायर युवक के उपर से गुजर गया था। इसके बाद परिजनों ने मृतक का शव रोड पर रख प्रदर्शन किया और पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की।
इस पर संज्ञान लेते हुए एसपी लोकेंद्र सिंह ने तीन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करते हुए परिजनों की मांग पर हत्या और अन्य धाराओं में केस दर्ज करवाया है। पुलिस का कहना था कि वे जैसे ही रुके युवक ने बाइक दौड़ा दी, हमें शक हुआ तो हमने भी बाइक पीछे दौड़ाई और युवक खंभे से टकरा कर नीचे गिर गया और पीसीआर का टायर उपर से गुजर गया। हमने जान बूझकर ऐसा नहीं किया।
नहीं कर रहे थे चेकिंग
उन्होंने कहा कि वह मुलतान चौक से सीधा नाके पर जा रहे थे। वह कोई चेकिंग नहीं कर रहे थे। जब उनकी पीसीआर वहां रुकी तो युवक घबरा गया। वह उस समय फोन पर बात कर रहा था तो अचानक उसने बाइक दौड़ा ली। बाइक के दौड़ाने पर पीसीआर चलाई तो नीचे उतरा जवान उमेश भी पीछे भागा लेकिन तब तक रविंद्र की बाइक खंभे से टकरा चुकी थी। उनको नहीं पता कि वह क्यों भागा था। राजबीर ने कहा कि युवक के भागने पर कुछ शक हुआ तो पीसीआर दौड़ाई थी। न तो वह उस युवक को जानते थे, न ही उससे उस समय बात हुई थी। अब उनके खिलाफ जो जांच होगी, उसमें सहयोग करेंगे।