पुलिस और प्रशासन की अग्निपरीक्षा शुरू, रामपाल समर्थकों के लिए चलाया सर्च अभियान
अगले दो दिनों में रामपाल पर हत्या के दो मामलों में आना है सजा का फैसला और इसके साथ्ा ही छात्र संघ चुनाव और रोडवेज कर्मियों की हड़ताल की भी घोषणा हो चुकी है।
जेएनएन, हिसार : हत्या के मुकदमों में सतलोक आश्रम संचालक रामपाल को सुनाई जाने वाली सजा के मद्देनजर शहर में पुलिस अौर प्रशासन ने कड़े इंतजाम कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन की अग्निपरीक्षा शुरू हो चुकी है। अगले दो दिनों में रामपाल पर फैसला, छात्र संघ चुनाव और रोडवेज कर्मियों की हड़ताल को देखते हुए आईजी संजय कुमार ने सोमवार की सुबह एक बैठक की। बैठक में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े निर्देश दिए। पुलिस ने तय घाेषणा के अनुसार सोमवार को होटल और रेलवे स्टेशन पर सर्च अभियान भी चलाया। वहीं रविवार को रामपाल के समर्थक शहर में घुस आए थे। सुरक्षा एजेंसियों का इनपुट मिलने के बाद पुलिस ज्यादा अलर्ट हो गई और शहर में छापेमारी भी की गई। साथ ही सोमवार सुबह से शहर में आने वाले हर रास्ते पर फोर्स लगाकर चेकिंग की गई। गाड़ी को चेकिंग के बाद ही शहर के अंदर जाने दिया गया।
इन दो मामलों में सुनाई जाएगी सजा
रामपाल के खिलाफ कोर्ट की तरफ से 16 और 17 को हत्या के दो मामलों में सजा सुनाई जानी है।
रामपाल के खिलाफ बरवाला थाना पुलिस ने नवंबर 2014 को हत्या का मामला दर्ज किया था। इस मामले में सेंट्रल जेल एक में बनी विशेष अदालत में एडीजे डीआर चालिया ने 11 अक्टूबर को दोनों मामलों में रामपाल सहित 29 लोगों को दोषी करार दिया था। इसमें छह लोग दोनों मामलों में शामिल है। रामपाल को दोषी करार दिए जाने के बाद पुलिस सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था। मगर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के चलते नाकों पर पुलिस की तरफ से थोड़ी सी ढील देने का कुछ समर्थक फायदा उठा गए। सूत्रों की माने तो 200 से ज्यादा समर्थक शहर में आए है। इनको पुलिस की तरफ से तलाश की जा रही है। सूत्रों की माने तो शहर में अनेक जगह पर समर्थक किराये पर मकान लेकर रहते थे। वहां आने के साथ कुछ जानकार के घर पहुंचे है। पुलिस की तरफ से अब उनकी तलाश हर शहर से भेजने की तैयारी है। सूत्रों की मानें तो यह समर्थक अपने निजी वाहनों से हिसार में आए है।
डीसी-आइजी ने बुलाई बैठक, दिए निर्देश
आइजी की तरफ से सोमवार को ड्यूटी और सुरक्षा इंतजाम की समीक्षा करने के लिए विशेष बैठक बुलाई गई। इसमें सभी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वहीं दूसरी तरफ से उपायुक्त ने भी अधिकारियों की बैठक बुलाई है। इसमें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के अलावा शहर में सुरक्षा को लेकर बातचीत होनी है।
आरएएफ की तरफ से की जा रही मॉक ड्रिल
पुलिस लाइन या अन्य जगह पर सुरक्षा की दृष्टि से बुलाई गई आरएएफ व पुलिस के जवानों की तरफ से रूटीन में मॉक ड्रिल की जा रही है। किसी प्रकार की फैसले के दौरान यदि घटना का अंदेशा होता या घटना होती है तो उसी समय सभी को उस तरफ से मूव कर दिया जाएगा। समर्थकों के आने की सूचना के बाद तैयारी भी तेज हो गई है।
नए उच्च अधिकारियों की लगाई ड्यूटी
पुलिस की तरफ से रामपाल के फैसले, बसों की हड़ताल, छात्र संघ चुनाव को देखते हुए हिसार में कुछ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। इसमें अश्विन शैणवी भी शामिल हो सकते है। उसके अलावा डीआइजी सतीश बालन सहित कई जिलों एसपी, डीएसपी सहित भारी पुलिस की पहले से ड्यूटी है।
पुलिस और प्रशासन है पूरी तरह तैयार
उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने कहा कि रामपाल पर आने वाले फैसले को लेकर प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी है। उनकी तरफ से अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। आइजी भी अपने स्तर पर बैठक ले रहे हैं। कुछ नए अधिकारियों की ड्यूटी लगी है। शहर में आए कुछ समर्थकों को ढूंढकर बाहर भेज दिया जाएगा। किसी को भी कानून तोडऩे की इजाजत नहीं दी जाएगी।