जहरीली हुई हिसार की हवा, 500 पहुंचा पीएम 2.5 का स्तर, दूसरे प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ी
हिसार में बढ़ रहा वायु प्रदूषण कोरोना संक्रमितों के लिए बहुत ही खतरनाक है। पीएम 2.5 के साथ ही पीएम 10 भी कुछ कम नहीं है यह 452 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर पर चल रहा है। हवा में सल्फर डाई ऑक्साइड कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा भी बढ़ गई।
हिसार, जेएनएन। शहर में सुबह के समय हवा की गुणवत्ता गंभीर की श्रेणी में बनी हुई है। पीएम 2.5 का स्तर लगातार उच्चतम स्तर पर बना हुआ है। हिसार में पार्टिकुलेट मैटर यानि पीएम 2.5 का स्तर 500 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर तक पहुंच गया। दोपहर के समय थोड़ी राहत मिली, लेकिन शाम होते-होते हालात जस के तस बन गए। मौसम विभाग ने कहा कि कुछ दिनों तक हालात में सुधार के कोई आसार नहीं हैं। सोमवार की सुबह भी हालात गंभीर बने हुए हैं।
हिसार में बढ़ रहा वायु प्रदूषण कोरोना संक्रमितों के लिए बहुत ही खतरनाक है। पीएम 2.5 के साथ ही पीएम 10 भी कुछ कम नहीं है, यह 452 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर पर चल रहा है। इसके साथ ही हवा में सल्फर डाई ऑक्साइड, कार्बन डाई ऑक्साइड की मात्रा भी काफी बढ़ गई है। रविवार को हिसार एयर क्वालिटी इंडेक्टस (एक्यूआइ) 409 माइक्रो ग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है।
प्रशासन ने यह लिया है निर्णय
हाल ही में प्रशासन ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें जिले के सभी स्कूलों, महाविद्यालयों तथा विश्वविद्यालयों में पढऩे वाले छात्र एवं छात्राओं को आतिशबाजी के दुष्प्रभाव से अवगत करवाने का निर्णय लिया गया। उपायुक्त डा. प्रियंका सोनी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों तथा प्राचार्यों से अनुरोध किया कि वे इन सब बातों के बारे में छात्र एवं छात्राओं को अवगत करवाएं, ताकि वे अन्य लोगों को भी आतिशबाजी से परहेज करने के लिए प्रेरित करें। इसके साथ ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उद्योगों से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर प्रदूषण कम करने के लिए प्रयास करने को कहा है।
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पांच डिग्री घटकर 9.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा रात्रि तापमान
हिसार में रविवार को रात्रि तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम रहकर 9.8 डिग्री, जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री घटकर 29.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। इस प्रकार का मौसम एक बार फिर से स्मॉग जैसे हालात बनाएगा। इसका अंदेशा अभी से मौसम विज्ञानियों ने लगा दिया है। चौधरी चरण ङ्क्षसह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि राज्य में 9 नवंबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। रात्रि तापमान कम होने के कारण बीच बीच में धुंध या स्मॉग जैसा मौसम बने रहने की संभावना है।
प्रदेश में इन स्थानों पर सर्वाधिक एक्यूआइ
गुरुग्राम- 440
धारूहेड़ा- 436
फरीदाबाद- 433
फतेहाबाद- 433
कैथल- 431
हिसार- 409
पानीपत- 407
रोहतक- 398
बहादुरगढ़- 395
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हिसार में वायु प्रदूषण की स्थिति
एनओ 2- 170
पीएम 10- 452
पीएम 2.5- 500
एसओ 2- 109
सीओ- 122
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एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) का मानक
0-50- अच्छा
51-100- संतोषजनक
101-200- सामान्य
201- 300- खराब
301- 400- बहुत खराब
401- 500- गंभीर
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वायु प्रदूषण बढऩे का सबसे बड़ा कारण
- पेड़-पौधे काफी हद तक प्रदूषण को कम करने का काम करते हैं, मगर पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश में लगातार विकास के नाम पर हरियाली को कम करने का काम किया गया है। यही कारण है कि अब वायु प्रदूषण हर वर्ष हिसारवासियों के लिए चुनौती बनकर खड़ा हो रहा है।
- आमतौर पर पेड़ प्रदूषण को अवशोषित करने का काम करते हैं। इसका अंतर इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में घूमने पर आपको घुटन महसूस होगी। वहीं एचएयू या जीजेयू में टहलने पर स्वच्छ हवा का अनुभव होगा।
- वायु प्रदूषण को कम करने के लिए शहरी पौधारोपण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।