फार्मासिस्टों की हड़ताल सातवें दिन भी जारी, सोमवार को बिगड़ सकते हैं हालात
धरनारत फार्मासिस्टों को संबोधित करते हुए अनिल कुमार ने कहा कि वे काफी समय से 4600 पे ग्रेड की मांग कर रहे हैं। मगर हरियाणा सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है।
हिसार, जेएनएन। मांगों को लेकर फार्मासिस्टों की हड़ताल रविवार को सातवें दिन भी जारी है। फार्मासिस्टों ने अस्पताल की पार्क में धरना दे रहे हैं। रविवार को सिविल अस्पताल की छुट्टी होने के चलते केवल इमरजेंसी वाले मरीज ही दिखे, मगर सोमवार को फिर से मरीजों को परेशानी का सामना करना होगा। अवकाश के बाद सोमवार को जुटने वाले मरीजों की भीड़ को दवा दे पाना मुश्किल काम होगा। अस्पताल में करीब रोजाना आने वाले 1500 मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल प्रशासन जैसे तैसे काम चला रहा है, मगर फार्मासिस्टों ने इसके खिलाफ भी आवाज उठाई है।
इससे पहले शनिवार को फार्मासिस्टों ने धरना देकर नारेबाजी की। पे ग्रेड संशोधित करने की मांग को लेकर वे आंदोलनरत हैं। उनकी हड़ताल के कारण मरीजों को अस्पताल में दवा लेने के लिए अव्यवस्था का शिकार होना पड़ा। मरीजों को वहां नाममात्र दवाएं मिल रही हैं। हड़ताल के कारण सिविल अस्पताल में दवाएं खत्म होती जा रही हैं।
फार्मासिस्टों के अनुसार अस्पताल की डिस्पेंसरी में 25 तरह की दवाएं खत्म हो गई हैं। इनमें खांसी, बुखार और कैल्शियम की दवा शामिल हैं। कई घंटे लाइन में लगने के बावजूद मरीजों को पर्याप्त दवाएं नहीं मिल रही हैं। अधिकारी इस बात से अनभिज्ञ हैं कि कौन सी दवा खत्म है।
धरनारत फार्मासिस्टों को संबोधित करते हुए अनिल कुमार ने कहा कि वे काफी समय से 4600 पे ग्रेड की मांग कर रहे हैं। मगर हरियाणा सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। सामाजिक कार्यकर्ता राहुल शर्मा ने सीएम को खून से पत्र लिखकर सरकार से फार्मासिस्ट वर्ग की मांगें मानने का अनुरोध किया।
आमरण अनशन पर नेशनल हेल्थ मिशन के तहत लगे कर्मचारी श्रवण कुमार, सुनील कुमार और ईश्वर कुल्हडिय़ा बैठे। बरवाला के विधायक वेद नारंग और जिला परिषद सदस्य कृष्ण सातरोड़ ने धरनास्थल पर पहुुंचकर फार्मासिस्टों के आंदोलन का समर्थन किया। आंदोलनरत फार्मासिस्टों ने विधायक डा. कमल गुप्ता को मांग पत्र भी सौंपा।