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सिरसा में लोगों ने मिलकर उजाड़ को बना दिया अमर हर्बल गार्डन, कोरोनाकाल में साबित हुआ वरदान

सिरसा एचएसवीपी सेक्टर-20 का अमर हर्बल गार्डन। कभी यहां सिर्फ चहारदीवारी और उसमें मिट्टी के टीले होते थे। 2019 में इसकी सूरत बदलने के लिए लोग इकट्ठे हुए। लोगों ने खुद मिलकर फंड जुटाया। यहां तरह-तरह के औषधीय पौधे लगा डाले।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 07:03 AM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 07:03 AM (IST)
पार्क में आंवला, एलोवेरा, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, बेलपत्र, अर्जुन, गेंदा, पीपल, नीम आदि औषधीय पौधे लगे हैं।

सिरसा, जेएनएन। एचएसवीपी सेक्टर-20 आयकर विभाग कार्यालय के समीप अमर हर्बल गार्डन। पार्क में हरी भरी घास, तरह तरह के फूलदार पौधे और अनेक तरह के औषधीय पौधे। औषधीय पौधों की बहुलता के कारण इसका नाम अमर हर्बल गार्डन रखा है।

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सुबह शाम कालोनी वासी यहां सैर करते हैं। पार्क में अपने स्तर पर कालोनी वासियों ने ओपन जिम भी स्थापित किया हुआ है। यहां कालोनी की महिलाएं व बच्चे एक्सरसाइज करते हैं। रात को भोजन करने के बाद भी कालोनीवासी पार्क में घूमते रहते हैं। एडवोकेट सुरेंद्र सिंह कथूरिया, भरत कुमार, दुर्गा सिंह ठाकुर, दीपक गुप्ता, डा. हेमाराम, गगन कुमार, मुकेश कुमार व अन्य कालोनीवासियों के संयुक्त प्रयासों से इस पार्क विकसित हुआ है।

दिन-रात मेनहत कर टीलों को पार्क में बदला

पहले पार्क के नाम पर मात्र चहारदीवारी थी तथा अंदर मिट्टे के टीले थे। वर्ष 2019 में कालोनीवासियों ने खुद फंड इकट्ठा किया। एडवोकेट सुरेंद्र कथूरिया व अन्यों ने दिन रात मेहनत करके पार्क विकसित किया। कालोनी के बीचोंबीच पार्क विकसित हो जाने से सूरत ही बदल गई है। हर समय फूलों की सुगंधित हवा बहती रहती है। पार्क में आंवला, एलोवेरा, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, बेलपत्र, अर्जुन, गेंदा, पीपल, नीम इत्यादि औषधीय गुणों से युक्त पौधे लगे हैं।

कोरोनाकाल में लोगों ने जमकर उठाया फायदा 

कालोनी निवासी सुरेंद्र कथूरिया का कहना है कि कालोनी के बीच विकसित इस पार्क में सभी कालोनीवासियों का योगदान है। कोरोना काल में यह पार्क कालोनीवासियों के लिए वरदान साबित हुआ। यहां से गिलोय, तुलसी इत्यादि से तैयार हर्बल काढ़े के सेवन से अनेक तरह की बीमारियों से बचाव रहा। सेक्टर में अनेक लोगों को संक्रमण हुआ परंतु इस क्षेत्र में संक्रमण का कोई केस नहीं आया। अगर किसी को थोड़ी बहुत बुखार की शिकायत भी हुई तो वो नीम, गिलोय, तुलसी इत्यादि के सेवन से ठीक हो गया। उन्होंने बताया कि पार्क में लगे तरह तरह के फूलों की तस्वीरें वे सोशल मीडिया पर अपने दाेस्तों के संग साझा करते हैं।

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