फतेहाबाद में शीत लहर से कांपे लोग, धुंध ने रोकी रफ्तार
फतेहाबाद जिले में लगातार गिर रहा तापमान। बुधवार को अधिकतम तापमान 17 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले साल की तुलना में अधिकतम तापमान में आई है गिरावट। ठंड बढ़ने के कारण बच्चे भी हो रहे बीमार।
फतेहाबाद, जेएनएन । दिसंबर महीना आधा निकल गया है। ऐसे में ठंड होना भी संभाविक है। लेकिन तापमान ऊपर नीचे होने के कारण लोग भी परेशान है। तीन दिन पहले जिले में अधिकतम तापमान 20 डिग्री से अधिक था। लेकिन दो दिनों से लगातार गिर रहा है। जिससे लोग भी ठंड को सहन नहीं कर पा रहे है। बुधवार सुबह धुंध रही। लेकिन सुबह चली ठंडी हवा ने सभी को परेशान कर दिया। शीतलहर ऐसे चली कि धुंध तो कुछ छंट गई लेकिन ठंड एकाएक बढ़ गई। बुधवार को पहली बार अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। अधिकतम तापमान 17 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। वहीं मौसम विशेषज्ञों की माने तो आने वाले समय में बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो ठंड अधिक बढ़ जाएगी।
धुंध ने रोकी रफ्तार
बुधवार सुबह से ही धुंध होने के कारण सड़कों पर वाहनों की गति रूक गई। धुंध के समय सड़कों पर वाहन भी कम चलते है। लेकिन जो चल रहे थे उनकी गति भी कम थी। मौसम विशेषज्ञों की माने तो दो दिनों तक बादल रहने के बाद फिर एकाएक धुंध रहेगी। ऐसे में वाहन चालकों को चाहिए कि वाहन चलाते समय सावधानी बरते। धुंध व ठंड होने के कारण लाेग सड़क किनारे अलाव के पास भी बैठे नजर आए।
धुंध में वाहन चलाते समय ये रखे सावधानियां
- सड़क के बाएं (लेट) किनारे को देखकर गाड़ी चलाएं।
- सड़क पर सुरक्षित चलने का अच्छा तरीका है कि आगे वाले वाहन से गाड़ी निश्चित दूरी पर चलाएं।
-वाहन की हैड लाइट को हाइबीम पर न रखे, ऐसा करने से कोहरे में रोशनी बिखर जाती और सामने कुछ नजर नहीं आता।
-हेड लाइट लो बीम पर रखे। इससे देखने में आसानी होगी और सामने वाले को भी गाड़ी की सही स्थिति का पता चल सकेगा।
-हाईवे पर सड़कों के किनारे पर बनी सफेट पट्टीन को फालो करके भी आसानी से गाड़ी चलाई जा सकती है।
-वाहन चलाते समय कहीं मुड़ना है तो काफी पहले से इंडीकेटर दें, जिससे दूसरी गाड़ियों को टाइम मिल सके।
-हेड लाइट बंद करके सिर्फ फॉग लाइट जलाना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि दूर से आने वाले को अकेली फॉग लाइट्स दिखाई नहीं देती।
-अपने वाहनों में फॉग लाइट आवश्यक तौर पर लगवाएं, यह धूंध को काटने में मददगार साबित होती हैं।
-वाहन मालिक एवं चालक अपने-अपने वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर जरूर लगाएं।
- ट्रक या टैंपो चालक किसी भी होटल या ढाबे के आगे वाहनों को सड़क पर खड़ा नहीं करें।
ठंड से बचाव के लिए ये करे प्रबंध
-घर से निकलते समय गर्म कपड़े अवश्य पहने।
-सुबह के समय कम से कम दोपहियां वाहनों पर सफर करे।
-छोटे बच्चों को सुबह व शाम को घर से बाहर ना निकाले।
-इस मौसम में ठंडी वस्तुओं का प्रयोग ना करे।
-बच्चे बीमार है तो डाक्टर की सलाह अवश्य ले।
पिछले कुछ दिनों से लगातार तापमान गिर रहा है। ऐसे में छोटे बच्चों को इस ठंड से बचना जरूरी है। बच्चों के अंदर ठंड सहने की क्षमता बहुत कम होती है। ऐसे में अगर बच्चे बीमार है तो चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। बिना डाक्टर की सलाह लिए बिना दवाइयां नहीं देनी चाहिए। वहीं सुबह शाम बच्चों को घर से बाहर नहीं निकला चाहिए।
- डा. समीर टूटेजा, बाल रोग विशेषज्ञ फतेहाबाद।