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सिरसा मेें पुरातत्‍व धरोहर साइट थेहड़ से विस्थापित लोगों का 14 गांवों में होगा पुनर्वास

थेहड़ को खाली करवाने व यहां से पूर्व में विस्थापित हुए परिवारों को शहर के साथ लगते 14 गांवों में पुनर्वास मिलेगा। पुनर्वास को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी पहले ही जमीन तलाशती रही और अब इन गांवों में उपलब्ध हुई जमीन के नक्शे तैयार करने के निर्देश हैं।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 09 Jan 2022 07:35 AM (IST)Updated: Sun, 09 Jan 2022 07:35 AM (IST)
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने थेहड़ को पुरातत्व धरोहर माना है और इसे खाली करवाने के निर्देश दे चुके हैं

जागरण संवाददाता, सिरसा : पुरातत्व धरोहर थेहड़ को खाली करवाने व यहां से पूर्व में विस्थापित हुए परिवारों को शहर के साथ लगते 14 गांवों में पुनर्वास मिलेगा। पुनर्वास को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी पहले ही जमीन तलाशती रही और अब इन गांवों में उपलब्ध हुई जमीन के नक्शे तैयार करने के निर्देश हो गए हैं। एक सप्ताह के दौरान नक्शों से संबंधित सभी कार्रवाई पूरी होगी और इसके बाद अगली कार्रवाई शुरू होगी। बता दें कि पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने थेहड़ को पुरातत्व धरोहर माना है और इसे खाली करवाने के निर्देश दे चुके हैं।

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प्रशासन ने थेहड़ के एरिया की निशानदेही कर इसे 85.8 एकड़ मान लिया। जिसमें से मुख्य भाग के 31.5 एकड़ को खाली करवा लिया गया। यहां से करीबन 713 परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया है और उन्हें फिलहाल हाउसिंग बोर्ड के फ्लेट्स में जगह दी गई है। हाईकोर्ट में अदालत की अवमानना का केस चल रहा है इसलिए प्रशासन यहां से विस्थापित परिवारों को दूसरी जगह पुनर्वास के कार्य में लगा हुआ है।

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पहले तीन गांवों में देखी साइट

जिला प्रशासन ने पहले पंचायतों की जगह के लिए आवेदन मांगे। फिर तकनीकी अड़चने आने के बाद निजी भूमि पर पुनर्वास की योजना बनाई और इसके लिए 60 एकड़ भूमि की तलाश की जाने लगी। प्राइवेट भूमि के अधिग्रहण को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी बना दी गई जिसमें तहसीलदार, जिला नगर योजनाकार व पंचायतीराज के कार्यकारी अभियंता को शामिल किया गया। इस कमेटी ने बेगू गांव में दो जगह व एक अन्य जगह कंगनपुर रोड पर तीसरी जगह की साइट का निरीक्षण किया।

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14 गांवों की जमीन पर बिजली व पानी के प्रबंध को लेकर मांगी गई अधिकारियों की राय

एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी ने अलग-अलग जगह मिली जमीन संबंधित जानकारी नगर योजनाकार विभाग को दी और उन्हें नक्शे तैयार करने को कहा है। इस जमीन पर कितने प्लाट बन पाएंगे, रास्ते की चौड़ाई कितनी होगी यह सब डीटीपी कार्यालय देखेगा। पेयजल और सीवरेज के लिए जनस्वास्थ्य विभाग तथा बिजली प्रबंध के लिए बिजली निगम के अधिकारियों की राय मांगी गई है।

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थेहड़ में आबाद 3200 परिवार

प्रशासन ने चार साल पहले जब सर्वे करवाया तो थेहड़ में 3200 परिवार आबाद मिले जिनमें से 713 परिवारों को 788 फ्लेट्स में शिफ्ट कर दिया गया। जबकि थेहड़ में अभी भी 2487 परिवार रह रहे हैं और थेहड़ का 54 एकड़ एरिया खाली करवाया जाना शेष है।


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