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सिरसा में एक्सईएन की कार्यप्रणाली के विरोध में उतरे आउटसोर्सिंग कर्मचारी, धरना दे लगाए गंभीर आरोप

सिरसा में आउटसोर्सिंग कर्मचारियं ने धरना दिया। एक्सईेन पर गंभीर आरोप लगाए। श्रमिकों को तीन माह से वेतन न देकर उनका मानसिक व आर्थिक शोषण किया जा रहा है। ईपीएफ व ईएसआइ बंद कर दिये गए हैं। वेतन खाते में नहीं दिया जा रहा है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 03:22 PM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 03:22 PM (IST)
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मंडल नंबर-दो नजदीक सालासर मन्दिर के समक्ष धरना देते आउटसोर्सिंग कर्मचारी।

सिरसा, जेएनएन। आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत कार्यरत कर्मचारियों ने शुक्रवार को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग मंडल नंबर-दो नजदीक सालासर मन्दिर के समक्ष अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता ब्रांच प्रधान शिवचरण कंडारा ने की। कर्मचारियों ने इस दौरान एक्सईएन पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए।

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ब्रांच प्रधान शिवचरण कंडारा ने कहा कि एक्सईएन आरके शर्मा द्वारा आउटसोर्सिंग श्रमिकों को तीन माह से वेतन न देकर उनका मानसिक व आर्थिक शोषण किया जा रहा है। श्रमिकों को सरकार द्वारा निर्धारित वेतन न देकर एक्सईएन द्वारा अपनी मनमर्जी से वेतन का भुगतान किया जाता है। हेड ऑफिस पंचकूला के पत्र के माध्यम से विभाग को कई बार पत्र जारी कर सभी श्रमिकों को ईपीएफ, ईएसआइ व न्यूनतम वेतनमान का लाभ देकर बैंक के माध्यम से भुगतान के आदेश दिए गए हैं। बावजूद इसके एक्सईएन हेड ऑफिस के नियमों व आदेशों की सरासर धज्जियां उड़ा रहे हैं। 

नए एक्सईएन ने ईपीएफ व ईएसआइ बंद करवाए

ब्रांच सचिव बलवान ने कहा कि अप्रैल 2018 से अगस्त 2018 तक उस समय के एक्सईएन तरुण गर्ग द्वारा सभी श्रमिकों को वेतनमान, ईएसआई व इपीएफ का भुगतान किया गया था। एक्सईएन तरुण गर्ग के तबादले के बाद नवनियुक्त एक्सईएन आरके शर्मा आते ही सभी श्रमिकों का ईपीएफ, ईएसआइ बंद करके वेतन नकद व अपनी मर्जी से देने लगे। जोकि सरासर श्रमिकों के साथ शोषण, अन्याय, श्रम कानूनों के विरुद्ध व भ्रष्टाचार की तरफ  इशारा करता है।

निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवाए सरकार

जिला प्रधान सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा मदन लाल खोथ ने हरियाणा सरकार से अपील की कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के वादे के साथ सत्ता में आई सरकार की नाक के नीचे ऐसे भ्रष्ट अधिकारी न केवल भ्रष्टाचार कर रहे हैं, बल्कि गरीब मजदूरों की खून पसीने की कमाई का पैसा भी फर्जी बिल बनाकर अपनी जेबों में भर कर श्रमिकों के साथ घोर अन्याय व शोषण कर रहे हैं। कर्मचारी संगठन इसकी घोर निंदा करता है व ऐसे भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ किसी निष्पक्ष जांच एजेंसी से जांच करवा कर उचित कार्यवाही की मांग करता है। इस मौके पर वरिष्ठ कर्मचारी नेतागण महेन्द्र शर्मा, अशोक पटवारी, सोहन सिंह रंधावा, ओम प्रकाश व संजय शर्मा मौजूद थे।

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