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सिरसा में सवा दो साल में महज 29 फीसद लोगों ने ही बनवाए आयुष्मान कार्ड

आयुष्मान भारत योजना को शुरू हुए करीब सवा दो साल हो चुके हैं। योजना के तहत लाभार्थी परिवार को प्रत्येक वर्ष पांच लाख रुपये तक की इलाज की सुविधा निशुल्क रहती है। परंतु जिले में सवा दो साल बाद भी महज 29 फीसद लोगों के ही गोल्डन कार्ड बने हैं।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 05:56 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 05:56 PM (IST)
सिरसा में सवा दो साल में महज 29 फीसद लोगों ने ही बनवाए आयुष्मान कार्ड
योजना के तहत लाभार्थी परिवार को प्रत्येक वर्ष पांच लाख रुपये तक की इलाज की सुविधा निशुल्क रहती है

सिरसा, जेएनएन। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त इलाज सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई आयुष्मान भारत योजना को शुरू हुए करीब सवा दो साल हो चुके हैं। योजना के तहत लाभार्थी परिवार को प्रत्येक वर्ष पांच लाख रुपये तक की इलाज की सुविधा निशुल्क रहती है। परंतु इसे विभाग की लापरवाही करें अथवा आमजन की रूचि न लेना जिले में सवा दो साल बाद भी महज 29 फीसद लोगों के ही गोल्डन कार्ड बने हैं। योजना के तहत जिले के 82 हजार 652 परिवारों के 4 लाख 2 हजार 301 लाभार्थियों को शामिल किया गया है। वर्तमान में जिले में एक लाख 17 हजार 766 लोगों के गोल्डन कार्ड बने हैं।

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जिले में 9178 लोगों के इलाज पर खर्च हो चुके हैं 10 करोड़ 3 लाख 59853 रुपये

योजना के तहत लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बना होना जरूरी है। कई बार आपात स्थिति में कार्ड नही बना होने पर मरीज को इलाज का खर्च खुद वहन करना पड़ता है, जबकि वह आयुष्मान योजना में शामिल है। 23 सितंबर 2018 को प्रदेश में शुरू हुई यह योजना गरीब लोगों के लिए वाकई वरदान साबित हो रही है। योजना के तहत पांच लाख रुपये तक की इलाज की सुविधा है। योजना के तहत सरकारी अस्पतालों के अलावा जिले के 19 निजी अस्पताल भी पैनल में शामिल है, जहां मरीज अपना फ्री इलाज करवा सकता है। जिले में अब तक 9178 लोग इस योजना के तहत इलाज करवा चुके हैं और इस एवज में सरकार 10 करोड़ 3 लाख 59853 रुपये का भुगतान कर चुकी है।

चयनित लाभार्थी अपने गोल्डन कार्ड बनवाएं

आयुष्मान भारत योजना गरीब लोगों के लिए मुफ्त इलाज उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से वरदान साबित हो रही है। जिले में जिन चयनित लोगों ने अभी तक अपने गोल्डन कार्ड नहीं बनवाएं हैं वे नजदीक स्वास्थ्य केंद्र, सरकारी अस्पताल अथवा पैनल में शामिल निजी अस्पताल से बनवा सकते हैं। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर कार्ड बनवा सकते हैं। आशा वकर्रों के माध्यम से शेष लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य करवाया जा रहा है। - प्रदीप कुमार, उपायुक्त

 ---------आयुष्मान भारत योजना के तहत पहले दिन से ही सभी प्रकार की बीमारियां कवर की जाती हैं। लाभार्थी परिवार के सभी सदस्यों को इसका लाभ मिलता है एवं भर्ती रहने के दौरान सभी प्रकार का खर्च योजना के तहत वहन किया जाता है। योजना के तहत घुटने बदलने, एंजियोंपलास्टी, हार्ट डिजिज, पथरी का ईलाज, कुल्हा बदलना इत्यादि बीमारियों के ऑपरेशन मुफ्त किये जाते है। सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 के आधार पर बनी लाभार्थियों की सूची में शामिल लोग गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं। - डा. कृष्ण कुमार, सिविल सर्जन

 --------गोल्डन कार्ड बनवाने के इच्छुक लोग सूचीबद्ध सरकारी एवं गैर सरकारी अस्पतालों में विभिन्न दस्तावेज देकर कार्ड बनवा सकते हैं। इसके लिए प्रधानमंत्री का मूल पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड, पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि दस्तावेज साथ लाने होंगे। इसके उपरांत आवेदक का नाम जन आरोग्य योजना की सूची में जांच उपरांत आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। - डा. प्रमोद शर्मा, नोडल अधिकारी , आयुष्मान भारत


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