अमेरिका, अफगानिस्तान के विज्ञानियों को रिसर्च डाटा पर एचएयू में दिया ऑनालाइन प्रशिक्षण
जागरण संवाददाता हिसार।चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में बुधवार को इंडो-यूएस-
जागरण संवाददाता, हिसार।चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में बुधवार को इंडो-यूएस-अफगानिस्तान के विज्ञानियों व अफसरों के साथ ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई। प्रशिक्षण का आयोजन युनाइटेड स्टेट एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट के आर्थिक सहयोग से कैटेलाइजिग अफगान एग्रीकल्चर इनोवेशन प्रोजेक्ट के तहत करवाया गया। इस दौरान एचएयू के कुलपति ने कहा कि देश के विकास व नीति निर्धारण में रिसर्च डाटा की भूमिका अहम होती है। इस प्रशिक्षण में अमेरिका, भारत व अफगानिस्तान के विज्ञानी ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए। कुलपति ने युवा वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि वे रिसर्च में रिसर्च की बेसिक व नवीनतम तकनीकों का अधिक से अधिक प्रयोग करें ताकि रिसर्च की वैधता सुनिश्चित की जा सके, जो किसी भी देश के नीति-निर्धारण में काम आ सके। उन्होंने रिसर्च की तकनीकियों का रिसर्च में प्रयोग व उनके आंकड़ों की विवेचना के महत्व के बारे में भी विस्तारपूर्वक बताया। 71 प्रतिभागी हुए शामिल
ऑनलाइन माध्यम से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अमेरिका के वर्जिनिया टैक विश्वविद्यालय से नूर सिद्दक्की, जेसिका अगन्यू, अफगानिस्तान के काबूल प्रांत से दस प्रतिभागी, नांगरहार प्रांत से सात, बालख प्रांत से बाईस, हैरात प्रांत से पंद्रह और कंधार प्रांत से बीस सहित कुल 71 प्रतिभागी ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए। 29 जून को दोबारा इसी प्रशिक्षण की अगली कड़ी में उन प्रतिभागियों के पोस्ट टेस्ट के आंकलन के आधार पर उन्हें रिसर्च की व्यावहारिक तकनीकों को ऑनलाइन माध्यम से बारीकी से समझाया जाएगा। भविष्य में भी हो ऐसे आयोजित
अनुसंधान निदेशक डा. एसके सहरावत ने बताते हुए भविष्य में ऐसे आयोजन करने की इच्छा जताई। उन्होंने प्रतिभागियों को रिसर्च डिजाइन, डाटा निर्धारण के महत्व के बारे में बताते हुए कुछ मूल सांख्यिकी तकनीकों का कृषि विकास में उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया। इसमें अंतरराष्ट्रीय मामलों के संयोजक डा. अनुज राणा, प्रो ओपी श्योराण और डा. विनय कुमार ने प्रतिभागियों को रिसर्च डिजाइन डाटा एवं सांख्यिकी के बारे में बताया। इस दौरान प्रशिक्षण में शामिल प्रतिभागियों का प्री-टेस्ट लिया गया।