गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में ऑनलाइन गायन प्रतियोगिता
निर्णायक मंडल की भूमिका महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के संगीतज्ञ डा. हुकम चंद प्रो. अराधिता व रविन्द्र नागर ने निभाई। कार्यक्रम का आयोजन गायन विधा के लिए बनाए गए कल्चरल क्लब सरगम की ओर से किया गया। डा. हुकम चंद ने एक गाना सुनाया मुझे इश्क है तुझी से मेरी जाने जिंदगानी तेरे पास मेरा दिल है मेरे प्यार की निशानी।
जागरण संवाददाता, हिसार:
गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के युवा कल्याण निदेशालय द्वारा ऑनलाइन गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव प्रो. हरभजन बंसल ने की। कार्यक्रम के लिए विवि के युवा कल्याण निदेशालय द्वारा विद्यार्थियों से ऑनलाइन गानों की वीडियो/ऑडियो मांगी गई थीं। कुल 45 एंट्री आई। निर्णायक मंडल द्वारा गानों का चयन किया गया।
निर्णायक मंडल की भूमिका महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के संगीतज्ञ डा. हुकम चंद, प्रो. अराधिता व रविन्द्र नागर ने निभाई। कार्यक्रम का आयोजन गायन विधा के लिए बनाए गए कल्चरल क्लब 'सरगम' की ओर से किया गया। डा. हुकम चंद ने एक गाना सुनाया 'मुझे इश्क है तुझी से, मेरी जाने जिंदगानी, तेरे पास मेरा दिल है, मेरे प्यार की निशानी।
वीसी ने दी बधाई
कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. सरोज, युवा कल्याण निदेशक अजीत सिंह, कार्यक्रम की संचालिका व कल्चरल सुपरवाईजर गुरप्रीत कौर सैनी ने विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बेशक यह एक तकनीकी विश्वविद्यालय है, परंतु यहां के विद्यार्थियों में कला की भी कमी नहीं है। ऐसे कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिये। प्रतियोगिता में संगीतज्ञ मीनाक्षी महाजन, प्रो. तिलक सेठी, प्रो. दलबीर सिंह, प्रो. ज्योति वशिष्ठ, प्रो. दीपा मंगला, डा. अंजू वर्मा, डा. हिमानी, डा. सविता उबा व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन गुरप्रीत कौर सैनी ने किया।