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सिरसा में कंपनी में किसान मित्र लगवाने का झांसा देकर ठगे नौ लाख रुपये, आप रहें सावधान

किसान मित्र लगाने के नाम पर नौ लाख रुपये ठग लिये गए। इस मामले में सिमरन सिंह ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। जिसके बाद सदर थाना सिरसा पुलिस ने मोहाली में स्थित एडीबी इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी तथा पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 14 Nov 2021 03:37 PM (IST)Updated: Sun, 14 Nov 2021 03:37 PM (IST)
जाब दिलवाने के नाम पर ठगी के केस बढ़ते ही जा रहे हैं, ताजा मामला सिरसा का है

जागरण संवाददाता, सिरसा : एडीबी इंफोटैक प्राइवेट लिमिटेड में किसान मित्र लगाने के नाम पर नौ लाख रुपये ठग लिये गए। इस मामले में बरनाला रोड पर शक्तिनगर कालोनी गली नंबर तीन निवासी सिमरन सिंह ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। जिसके बाद सदर थाना सिरसा पुलिस ने मोहाली में स्थित एडीबी इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी तथा पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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सिमरन सिंह की शिकायत पर सदर थाना सिरसा पुलिस ने पंजाब के फाजिल्का जिला के गांव तुतावाली निवासी दलजीत सिंह, जिला मुक्तसर साहिब की तहसील मलोट के गांव सरावा बोदला निवासी सुखबी सिंह उर्फ प्रोफेसर बावा, बलविंद्र सिंह निवासी रानीवाला तहसील मलोट, मनदीप कौर व हरजिंद्र सिंह निवासी आलमगढ़ तहसील अबोहर जिला फाजिल्का तथ एडीबी इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड मोहाली के खिलाफ धोखाधड़ी करने का अभियोग दर्ज किया है।

पुलिस को दी शिकायत में सिमरन सिंह ने बताया कि आरोपित बलविंद्र सिंह ने उसे एडीबी इंफोटेक कंपनी में किसान मित्रा के तौर पर नौकरी लगाने को कहा। उसने उससे नौ लाख रुपये की मांग की। जिसके बाद उसने 12 अप्रैल 2019 को आरटीजीएस के माध्यम से आरोपित दलजीत सिंह के खाते में पांच लाख रुपये बलविंद्र सिंह के कहने पर ट्रांसफर करवाए। उसी दिन बैंक खाते में से दो लाख व एक लाख रुपये अपनी जेब से मिलाकर आरोपित सुखबीर सिंह उर्फ प्रोफेसर बाबवा को दे दिये। जिसके बाद आरोपितों ने 15 अप्रैल 2019 को उसे अपनी कंपनी का आफर लेटर जारी कर दिया।

आरोपितों ने कंपनी का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर 26 अप्रैल 2019 को जारी कर दिया। इसके बाद उससे ट्रैनिंग के नाम पर एक लाख रुपये लिया। जिसे उसने सुखबीर सिंह उर्फ प्रो. बावा के एक्सिस बैंक के खाते में डलवा दिये। आरोपित ने 19 जून से 19 जुलाई 2019 तक ट्रैनिंग करवाई गई। जिसका उसे ग्लोबल हब ऐजूकेशन का प्रमाणपत्र जारी किया गया। इसके बाद आरोपितों ने उसे कई बार चंड़ीगढ़ के चक्कर कटवाए।

कहते रहे कि आपकी ज्वाइनिंग आज कल में हो जाएगी। इस पर्रकार आरोपित उसे झांसा देते रहे, बाद में उसका फोन भी उठाना बंद कर दिया। पीड़ित ने बताया कि जब उसने अपने स्तर पर पड़ताल की तो पता चला कि आरोपितों ने एक गिरोह बनाया हुआ है जो नौजवनों को नौकरी देने के नाम पर बहला फुसला कर रुपये ऐंठते हैं और रफूचक्कर हो जाते हैं। मामले की जांच एएसआइ सूबे सिंह कर रहे हैं।


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