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एनएचएम कर्मचारियों ने सर्विस बायलाज रद करने के पत्र के खिलाफ की हड़ताल, छह घंटे किया प्रदर्शन

स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों ने सर्विस बायलाज रद करने के पत्र के खिलाफ सिविल अस्पताल में सीएमओ कार्यालय के बाहर सोमवार को सुबह से शाम तक हड़ताल की।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jun 2022 08:51 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jun 2022 08:51 PM (IST)
एनएचएम कर्मचारियों ने सर्विस बायलाज रद करने के पत्र के खिलाफ की हड़ताल, छह घंटे किया प्रदर्शन
एनएचएम कर्मचारियों ने सर्विस बायलाज रद करने के पत्र के खिलाफ की हड़ताल, छह घंटे किया प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, हिसार: स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएचएम कर्मचारियों ने सर्विस बायलाज रद करने के पत्र के खिलाफ सिविल अस्पताल में सीएमओ कार्यालय के बाहर सोमवार को सुबह से शाम तक हड़ताल की। इस दौरान एनएचएम कर्मियों ने सर्विस बायलाज पहले की तरह सुचारू रखने की मांग की और सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन जताया। इस दौरान एनएचएम कर्मियों ने सरकार विरोधी नारेबाजी भी की। हड़ताल में एनएचएम कर्मियों को बहुउद्देशीय कर्मियों और कोरोना काल में हटाए गए स्वास्थ्य कर्मवीरों ने भी समर्थन दिया और रोष जताया। यह हड़ताल करीब छह घंटे तक चली।

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जिलेभर में एनएचएम के तहत 654 कर्मचारी है। हड़ताल में करीब 588 कर्मचारी शामिल रहे। सोमवार को कुछ जगह पर एएनक्यूवास टीम का दौरा था तो कुछ कर्मचारी हड़ताल में पहुंच नहीं सके। कुछ कर्मचारी हड़ताल में शामिल नहीं थे। धरने की अध्यक्षता कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा संबंधित भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष जगत बिसला ने बताया कि 2018 में हरियाणा सरकार ने एनएचएम कर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सेवा नियम के जरिए सैलरी बढ़ाने का तोहफा दिया था। कोरोना काल में भी एनएचएम कर्मियों की भूमिका अहम रही। कुछ एनएचएम कर्मचारियों की कोविड से मौत हो गई। ऐसे में सीएम ने पिछले साल नवंबर में सातवें वेतनमान की घोषणा की थी। मगर पिछले सप्ताह मिशन निदेशक को वित्त विभाग के द्वारा एक पत्र जारी हुआ था, जिसमें सेवा नियम रद्द करने पर विचार करने का आदेश दिया था। इसके विरोध में पूरे प्रदेश में कर्मचारियों ने स्वास्थ कर्मचारी संघ संबंधित भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर हड़ताल पर जाने का फैसला लिया। अन्यथा यह तीन दिवसीय हड़ताल अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। हड़ताल में मंच संचालन एएनएम कौशल्या जी ने किया। इन्होंने दिया हड़ताल को समर्थन

वक्ता के रूप में चंद्रपाल, राजबाला, रोहतास, जगबीर पूनम, मनोज, कौशल्या, पूनम, बलजीत, बुधराम, प्रवीण आदि कार्यकारिणी के सदस्यों ने कर्मचारियों का हौसला बढ़ाया। धरने को बहुउद्देशीय कर्मचारी एसोसिएशन से प्रदीप, स्वास्थ्य विभाग तालमेल कमेटी से नूर मोहम्मद, चतुर्थ कर्मचारी संघ जिला अध्यक्ष सोना देवी आदि संगठन ने हड़ताल का समर्थन किया।। घायलों को नहीं मिली एंबुलेंस

सड़क हादसों में घायल मरीजों को सोमवार को एंबुलेंस सेवाएं नहीं मिल पाई। जिला स्तर पर 10 एंबुलेंस आन रोड थी। हर किसी को एंबुलेंस सुविधा दे पाना मुश्किल था। सिविल अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में सोमवार को दिनभर में तीन से चार एक्सीडेंट मामले पहुंचे। वरना आठ से दस केस आते थे। घायल निजी एंबुलेंस से सीधा निजी अस्पतालों में पहुंचे। यह है सर्विस बायोलाज

इसके तहत एनएचएम कर्मियों को रेगुलर के बराबर ग्रेड पे, टीए, डीए अलाउंस आदि योजनाओं का लाभ मिलता है। यह योजना 2018 में लागू हुई थी। इसी आधार पर कर्मियों ने लोन तक ले लिया, पर मुश्किल होगा। अब सरकार इस योजना पर रोक लगाने की तैयारी में है। उनकी फिक्स सैलरी करने की तैयारी है। इसके लिए नोटिफिकेशन आना बाकी है। फाइल तैयार हो चुकी है और अनुमति लेने भेजी है। इस बारे में एनएचएम कर्मचारी इसकी शुक्रवार को पंचकूला में निदेशक से मिलने गए थे। उन्होंने जवाब दिया कि उनके हाथ में नहीं है।


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