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फतेहाबाद नागरिक अस्पताल में डिलीवरी के चार दिन बाद नवजात बच्चे की मौत, स्वजनों ने किया हंगामा

डिलीवरी के चार दिन बाद नवजात बच्चे की मौत हो गई। नवजात बच्चा नर्सरी भी भर्ती था। घटना की सूचना मिलते ही स्वजन अस्पताल में पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। रविवार सुबह दर्जनों की संख्या में स्वजन पहुंचे और डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 03 Oct 2021 11:55 AM (IST)Updated: Sun, 03 Oct 2021 11:55 AM (IST)
फतेहाबाद नागरिक अस्पताल में डिलीवरी के चार दिन बाद नवजात बच्चे की मौत, स्वजनों ने किया हंगामा
फतेहाबाद में नवजात बच्‍चे की मौत होने के चलते प्रदर्शन करते स्‍वजन

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद : नागरिक अस्पताल में शनिवार रात को डिलीवरी के चार दिन बाद नवजात बच्चे की मौत हो गई। नवजात बच्चा नर्सरी भी भर्ती था। घटना की सूचना मिलते ही स्वजन अस्पताल में पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। रविवार सुबह दर्जनों की संख्या में स्वजन पहुंचे और डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। स्वजनों ने कहा कि लापरवाही के कारण उनके बच्चे की मौत हुई है।

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शनिवार शाम तक बच्चा ठीक था लेकिन शनिवार रात को उसे मृत घाेषित कर दिया। अस्पताल प्रबंधक की तरफ से इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्वजनों को शांत किया। वहीं इस मामले की शिकायत अब पीड़ित परिवार ने सिविल सर्जन व शहर थाना प्रभारी को दी है। वहीं अधिकारियों से मांग की है कि जिम्मेदारी डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

जानकारी के अनुसार फतेहाबाद निवासी राजेश कुमार ने बताया कि उसकी पत्नी लालीती देवी की डिलीवरी होनी थी। ऐसे में उसे 29 सितंबर को नागरिक अस्पताल में लेकर आए। राजेश कुमार के अनुसार डाक्टरों ने कहा कि नार्मल डिलीवरी हो जाएगी। लेकिन दोपहर बाद डाक्टरों कहा कि बच्चे का वजन ज्यादा होने के कारण सिजेरियन डिलीवरी होगी। जिसके बाद उसका आपरेशन किया और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म भी दिया। राजेश कुमार ने आरोप लगाया कि बच्चा ज्यादा रोने के कारण उसे नर्सरी में भर्ती करवा दिया गया।

शनिवार शाम तक बच्चा बिल्कुल ठीक था। लेकिन रात को फोन आया कि बच्चे की तबीयत बिगड़ गई है। राजेश कुमार के अनुसार वह रात को अस्पताल आया तो पता चला कि उसके बच्चे की मौत हो गई। स्वजनों ने उसी रात को ही डाक्टरों व स्टाफ सदस्यों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप भी लगया। रविवार सुबह होते ही सैकड़ों की संख्या में महिला के स्वजन मौके पर पहुंचे और हंगामा कर दिया।

स्वजनों ने बच्चे का शव लेने से किया मना

रविवार को हंगामा इतना अधिक बढ़ गया कि अस्पताल प्रबंधक को पुलिस बुलानी पड़ी। राजेश कुमार ने आरोप लगाया कि जब तक आरोपित डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तब तक वे नर्सरी से बच्चे का शव लेकर नहीं जाएंगे। राजेश कुमार ने आरोप लगाया कि जब शनिवार शाम तक बच्चा ठीक था तो कुछ ही घंटे में उसकी मौत कैसे हो गई। वहीं डाक्टरों पर लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया गया है। लेकिन पुलिस ने कहा कि जो दोषी है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रविवार सुबह दो घंटे तक हंगामा करने के बाद मामला शांत हुआ। स्वजनों ने इस मामले की शिकायत शहर पुलिस व सिविल सर्जन को दी है।


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