गृहकर रसीदों का नया मामला, हिसार में भरा टैक्स, क्यूआर कोड करनाल और फरीदाबाद का
टैक्स भुगतान की रसीदों का प्रॉपर्टी मालिक व क्षेत्रवासियों ने क्यूआर कोड की जांच की तो वे हैरान रह गए। एक रसीद के क्यूआर कोड का रिकार्ड सीएम सिटी करनाल का दर्शाया जा रहा है
हिसार, जेएनएन। गृहकर शाखा में एक के बाद एक नए मामले उजागर हो रहे हैं। ताजा मामला प्रॉपर्टी टैक्स भुगतान रसीदों से जुड़ा है। अर्बन एस्टेट और पुष्पा कॉम्प्लेक्स की प्रॉपर्टियों का नगर निगम हिसार के नागरिक सेवा केंद्र में भुगतान हुआ। टैक्स भुगतान की रसीदों का प्रॉपर्टी मालिक व क्षेत्रवासियों ने क्यूआर कोड की जांच की तो वे हैरान रह गए। एक रसीद के क्यूआर कोड का रिकार्ड सीएम सिटी करनाल का दर्शाया जा रहा है। दूसरा फरीदाबाद नगर निगम का। ऐसे में अब यह नया मामला भी निगम की गले की फांस बनता नजर आ रहा है।
ऐसे समझे मामला
एक व्यक्ति ने अपना गृहकर जमा करवाया। उसे रसीद मिल गई। उस रसीद पर क्यूआर कोड होता है, जिसे स्कैन करके निगम स्टाफ से लेकर आमजन तक टैक्स भुगतान कर रिकार्ड जान सकता है कि टैक्स कब भरा, कितना भरा इत्यादि। लेकिन जब यह क्यूआर कोड स्कैन हुआ तो रिकार्ड में फरीदाबाद व करनाल के निगम में बिल भुगतान की रसीद का रिकार्ड दर्शा रहा है।
ये दो केस आए सामने
केस-1 : अर्बन एस्टेट टू के मकान नंबर 1335 शकुंतला के नाम है। जो करीब 30 साल पुराना है, जिसका टैक्स 6 नवंबर 2019 को 108 रुपये भरा गया। निगम में नकली रसीदों का मामला गरमाया तो मालिक ने रसीद का सच जानने के लिए उसका क्यूआर कोड स्कैन किया तो वह हैरान रह गया। उसमें रसीद करनाल नगर निगम करनाल की निकली। वह भी गृहकर की नहीं बल्कि सीवरेज व पानी का बिल 2268 रुपये भुगतान की थी।
-----
केस-2 : पुष्पा कॉम्प्लेक्स की अमन आनंद के नाम एक दुकान है। जिसका प्रॉपर्टी टैक्स 29 जून 2018 को भरा गया। 20 फरवरी 2020 को उन्होंने निगम से उसकी डुप्लिकेट कॉपी निकवाई। जब उस कॉपी का (त्वरित प्रतिक्रिया संकेतावली) क्यूआर कोड स्कैन किया तो वह फरीदाबाद निगम का दिखा रहा है, जिसमें गृहकर 295 रुपये भरा हुआ दिखा रहा है।
जांच भटकाने का भी हो सकता है खेल
नगर निगम में कुछ दिन पूर्व नकली रसीदों का खेल सामने आया था। जिसके बाद कई लोगों ने अपनी टैक्स भुगतान की रसीदें जांचनी शुरू की। उधर इस मामले में ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी चेतल नकली रसीद मामले में जांच कर रही हैं। सूत्रों की मानें तो इस मामले में कर्मचारी फंसते नजर आ रहे हंै। ऐसे में दूसरे जिलों का क्यूआर कोड में रिकार्ड आना जांच भटकाने का खेल भी हो सकता है। या कोई अन्य कारण भी। ऐसे में इस मामले में जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। उधर निगम अधिकारी से इस मामले में बात की तो उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई मामला नहीं आया है यदि आया तो फिर इस बारे में देखा जाएगा।
----निगम में नकली रसीद मामला सामने आने के बाद हमने कई रसीदें जांची हैं। उसमें कई में दिक्कत आ रही है। इस मामले में सभी रसीदों की जांच करवाने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल दो का क्यूआर कोड में दूसरे शहर का रिकार्ड मिला है।
- राकेश आर्य, महासचिव, रेजिडेंस वेलफेयर एसोसिएशन, अर्बन एस्टेट टू।