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अकाल पीडि़तों से मिलने 80 साल पहले सातरोड आए थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस

ठाकुर दास भार्गव स्कूल में लगी प्रदर्शनी में ठाकुरदास भार्गव का ऐतिहासिक फोटो रहा आकर्षण का केंद्र। प्रदर्शनी का सैकडों बच्‍चों ने किया अवलोकन।

By manoj kumarEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 02:09 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 02:39 PM (IST)
अकाल पीडि़तों से मिलने 80 साल पहले सातरोड आए थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस
अकाल पीडि़तों से मिलने 80 साल पहले सातरोड आए थे नेताजी सुभाष चंद्र बोस

जेएनएन, हिसार : 1938 में हिसार में भयंकर अकाल पड़ा था। काफी लोगों की मौत भी हुई थी। इस दौरान पीडि़तों से मिलने के लिए 28 नवंबर 1938 को नेता जी सुभाष चंद्र बोस ने हिसार का दौरा किया था। वे हिसार में सातरोड खुर्द में पीडि़तों से मिले थे। पीडि़तों से मिलने का उनका फोटो शुक्रवार को ठाकुर दास भार्गव स्कूल में लगी प्रदर्शनी में लगाया गया। अभिलेखागार विभाग के अभिलेखपाल व हिसार के इंचार्ज अनिल कुमार ने बताया कि सुभाष चंद्र बोस का यह फोटो प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र रहा क्योंकि इसका हिसार से जुड़ाव था।

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प्रदर्शनी में 10 मई 1857 को अंबाला से आरंभ हुए प्रथम स्वंत्रता संग्राम के बारे में जानकारी देता एक टेलीग्राम, अंबाला में आगजनी की घटनाएं, बल्लभगढ़ के राजा और झज्जर एवं बहादुरगढ़ के नवाबों के क्षेत्रों का अधिग्रहण, 1 नवंबर 1858 की उद्घोषणा द्वारा भारत में ब्रिटिश क्षेत्रों का प्रशासन ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों से महारानी ने स्वयं ले लिया, 1858 काले पानी की सजा पाए कैदियों को भेजे जाने का मार्ग, 1860 अंबाला डिविजन में पंजाब के जिलों में पुस्तकों की खरीद के लिए राशि को प्रपोज करना, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में अंबाला के लाला मुरलीधर के राज्य का प्रतिनिधित्व

करते हुए सीधे प्रतिवेदन की वकालत करने संबंधी दस्तावेज, रोलेट बिल के विरोध में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बचाव की हिदायते देने संबंधी, पंजाब में महात्मा गांधी के आगमन पर प्रतिबंध, फिरोजपुर झिरका में असहयोग आंदोलन, 26 जनवरी 1930 को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाना, 21 अक्तूबर 1943 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा आजाद हिंद गवर्नमेंट की घोषणा, नारनौल निवासी भागीरथ प्रसाद शर्मा द्वारा राष्ट्रीय ध्वज बारे रचित गीत आदि अभिलेख प्रदर्शित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त इस प्रदर्शनी में भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने वाले देशभक्तों के फोटोग्राफ्स को भी प्रदर्शित किया गया जिन्हें देखने में विद्यार्थियों ने काफी दिलचस्पी दिखाई और वे रोमांचित नजर आए। 

विद्यार्थियों ने लिया इतिहास का ज्ञान

अभिलेखागार विभाग द्वारा ठाकुरदास भार्गव वरिष्ठ माध्यमिक मॉडल विद्यालय में ऐतिहासिक एवं दुर्लभ दस्तावेजों और फोटोग्राफ्स की दो दिवसीय प्रदर्शनी का सैकड़ों विद्यार्थियों ने अवलोकन किया। प्रदर्शनी में 24 जनवरी 1950 को लिया गया संविधान सभा का वह चित्र विशेष आकर्षण का केंद्र रहा जिसमें ठाकुर दास भार्गव स्वयं शामिल हैं। ठाकुर दास भार्गव स्कूल के विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों में इस फोटो को देखने के प्रति विशेष उत्साह रहा। प्रदर्शनी के समापन अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ. केसी चतुर्वेदी ने बतौर मुख्यातिथि प्रदर्शनी का अवलोकन किया व इसे विद्यार्थियों और शहरवासियों के लिए काफी ज्ञानवर्धक बताया।

प्रदर्शनी के समापन अवसर पर विद्यालय में एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इसमें प्रदर्शनी देखने आए विद्यार्थियों से प्रदर्शनी में लगाए गए दस्तावेजों से संबंधित प्रश्न पूछे गए तथा सही उत्तर देने वाले व कविताएं आदि सुनाने वाले 20 से अधिक विद्यार्थियों को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया।

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