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बिजली विभाग का लापरवाहियों से नाता, रोहतक में इन ग्रामिणों के साथ किया नया कारनामा, देखें रिपोर्ट

ग्रामीण जयभवान ने नाराजगी जताई कि उपभोक्ता बिल जमा कराने में देरी करते हैं तो जुर्माना लगा दिया जाता है। लेकिन इतनी बड़ी खामी बिल वितरण से जुड़ी कंपनी ने कर दी है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 15 Jan 2022 10:15 AM (IST)Updated: Sat, 15 Jan 2022 10:15 AM (IST)
गरनावठी ग्रामीणों को दावा, नंबर में जमा करवा दिए थे बिल, फिर भी बकाया भेजें।

रोहतक, जागरण संवाददाता। रोहतक में बिजली निगम की लापरवाही का नया नमूना देखने को मिला है। रोहतक से करीब 15 किमी दूर गरनावठी गांव के लोगों की नींद उड़ गई है। दरअसल, ग्रामीणों ने बीते साल नवंबर में बिल पहुंचे तो बिल जमा करा दिए। अब दोबारा से करीब दो माह के बिल बिजली निगम ने भेज दिए हैं। इससे ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है। शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। हालांकि अधिकारियों से पूरे प्रकरण को लेकर जानकारी ली तो उन्होंने बिल वितरण से जुड़ी कंपनी के कर्मचारियों की खामी बताई है। यह भी दावा किया है कि उपभोक्ताओं को कोई बिल जमा नहीं कराना है। जो भी बिल हैं वही पुराने में एडजस्ट होंगे।

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बिजली निगम के अधिकारी बोले, कंपनी की खामी, नहीं देना होगा अतिरिक्त कोई बिल

गरनावटी गांव के रहने वाले जयभगवान ने दावा किया है कि ज्यादातर ग्रामीणों ने बीते साल 18 नवंबर को ही बिल जमा करा दिए थे। पिछले कई दिनों से फिर से बिल आना शुरू हुए। तब अधिकारियों से संपर्क किया। पहले तो ग्रामीणों ने दो-चार बिलों के साथ तकनीकी खामी मानी। बाद में एक-एक करके समूचे गांव के उपभोक्ताओं के बिल दोबारा से आए तो अधिकारियों से शिकायत की। इन्होंने दावा किया है कि मुकेश, मंगटूराम, विजय, राजेश, ममता, लक्ष्मी नारायण आदि उपभोक्ताओं ने भी इस प्रकरण में अधिकारियों से शिकायत की है। यह भी बताया कि गरनावठी में करीब सात हजार की आबादी है।

ग्रामीण बोले, जिस कंपनी की लापरवाही उस पर भी लगे जुर्माना

ग्रामीण जयभवान ने नाराजगी जताई कि उपभोक्ता बिल जमा कराने में देरी करते हैं तो जुर्माना लगा दिया जाता है। लेकिन इतनी बड़ी खामी बिल वितरण से जुड़ी कंपनी ने कर दी है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इन्होंने मांग की है कि कंपनी को टेंडर देने के दौरान शर्तें लगाईं होंगी। ग्रामीणों का मानसिक तौर से उत्पीड़न हुआ है। इसलिए संबंधित कंपनी पर तत्काल ही जुर्माना लगाया जाना चाहिए। यह भी नाराजगी जताई कि हो सकता है कि कुछ उपभोक्ताओं के साथ ऐसा ही होता हो।

बिजली निगम के एसडीओ के अनुसार

बिजली वितरण से जुड़ी कंपनी ने बिल अपडेट नहीं किए। यही कारण रहा कि उपभोक्ताओं को दोबारा से बिल मिले हैं। जिन उपभोक्ताओं को दोबारा से बिल मिले हैं उन्हें अतिरिक्त रकम जमा नहीं करानी है। सिर्फ जो उनका नया बिल होगा वही जमा कराना होगा। हम बिलों की खामियों को दूर कराएंगे।

---सुरेश कुमार, एसडीओ, बिजली निगम।


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