नेशनल चैंपियन अरुंधति ने BFI अध्यक्ष को लिखा पत्र, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ट्रायल से हो चयन
BFI 70 किलो भारवर्ग में टोक्यो ओलंपिक विजेता लोवलीना को वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में सीधे भेजना चाहता है। मगर अरुंधति का कहना है कि चयन ट्रायल के आधार पर होना चाहिए। अरुंधति यूथ बॉक्सिंग और नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप की गोल्ड मेडल विजेता है।
ओपी वशिष्ठ, रोहतक। रोहतक स्थित राष्ट्रीय बॉक्सिंग अकेडमी की बॉक्सर अरुंधति चौधरी ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में अपने 70 किलोग्राम भार वर्ग में ट्रायल के आधार पर चयन करने की मांग उठाई है। इस भार वर्ग में टोक्यो ओलिंपिक पदक विजेता लोवलीना को बिना नेशनल चैंपियनशिप खेले और बिना ट्रायल के भेजना चाहता है। लेकिन अरुंधति ने इसको लेकर एतराज जताया है क्योंकि ओलिंपिक में पदक जीतने के बाद लोवलीना प्रेक्टिस नहीं कर सकी और सम्मान समारोह में व्यस्त रही हैं, इसलिए प्रदर्शन पर इसका प्रभाव पड़ेगा।
शिक्षा नगरी कोटा राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर अरुंधति ने दीवाली के दिन भारतीय बॉक्सिंग सँघ के अध्यक्ष अजय सिंह को एक पत्र लिख कर मांग की है कि आने वाली महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2021 में उनकी कैटेगरी 70 कि ग्रा की ट्रायल होनी चाहिए। आगामी 4 दिसम्बर से 19 दिसंबर तक टर्की देश की राजधानी इस्तांबुल में यह प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। गौरतलब होगा कि इस वजन में असम की लोवलीना ने टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीता था ,जिसके बाद बॉक्सिंग संघ ने उनके सम्मान में घोषणा की थी आगामी प्रतियोगिता में उन्हें राष्ट्रीय प्रतियोगिता खेलने से छूट होगी और बाकी खिलाड़ियों को राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल करना पड़ेगा। हाल ही में हिसार में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजस्थान की अंतराष्ट्रीय बॉक्सर अरुधंति चौधरी ने गोल्ड मेडल हासिल किया है , इससे पहले अरुधंति इसी साल वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में भी गोल्ड ले चुकी है। राष्ट्रीय खेलो इंडिया में लगातार अरुधंति के तीन गोल्ड मेडल है।
राष्ट्रीय बॉक्सिंग अकादमी रोहतक में पिछले दो सालों से अरुधंति बॉक्सिंग की बारीकियां सिख रही थी, इस वर्ष भी महिला बॉक्सिंग का राष्ट्रीय कैम्प रोहतक लगने की संभावना है।
पत्र के अनुसार अरुधंति का कहना है कि ओलिंपिक के बाद लोवलीना के सम्मान में अनेकों कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं जिसकी वजह से वो ट्रेनिंग नही कर पाई, ऐसी परिस्थिति में अगर वो वर्ल्ड चैंपियनशिप खेलने जाएंगी तो पहले ही दौर में बाहर हो सकती है और चोटिल होने का भी खतरा है। इसलिए भारत मे ही अगर उनकी ट्रायल हो जाये तो जो अच्छा खेलेगा वो खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करे।