अफीम मामले में निर्दोष साबित हुआ नमकीन रेस्टोरेंट मालिक, भाजपा विधायक के भाई और भतीजे ने रची थी साजिश
सिरसा में डेढ़ किलोग्राम अफीम मामले में निर्दोष साबित हुआ हनुमानगढ़ का नमकीन रेस्टोरेंट मालिक। झूठे केस में फंसाने में शामिल था भाजपा विधायक शाहपीनी का भाई और भतीजा। सरकारी अस्पताल के कर्मचारी सद्दाम हुसैन के साथ मिलकर रची थी साजिश।
संवाद सहयोगी, डबवाली(सिरसा)। हनुमानगढ़ जंक्शन में रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित अल्पना नमकीन रेस्टोरेंट संचालक अनिल गक्खड़ को नशा तस्करी के झूठे मामले में फंसाने का षडयंत्र संगरिया से भाजपा विधायक गुरदीप शाहपीनी के छोटे भाई पंचायत समिति संगरिया के पूर्व चेयरमैन हरदीप सिंह, भतीजे साजन पुत्र हरदीप सिंह निवासीगण गांव शाहपीनी हाल हनुमानगढ़ जंक्शन, हनुमानगढ़ स्थित सरकारी अस्पताल के शवगृह में तैनात कर्मचारी सद्दाम हुसैन, हनुमानगढ़ जंक्शन निवासी जितेंद्र सिंह बेदी ने रचा था।
यह खुलासा डीएसपी कुलदीप बैनीवाल तथा सदर थाना प्रभारी देवीलाल की संयुक्त जांच से हुआ है। एंटी नारकोटिक्स सेल (एएनसी) सिरसा की भूमिका पर संदेह गहरा गया है। पुलिस की भूमिका की जांच सीआइए डबवाली तथा सदर थाना की संयुक्त टीम करेगी। इधर सदर पुलिस ने सद्दाम हुसैन को गिरफ्तार कर लिया है। उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दो दिवसीय पुलिस रिमांड जारी किया है। वहीं जेल में बंद अनिल गक्खड़ को रिहा करने के लिए पुलिस ने अर्जी दाखिल कर दी है। बता दें, एएनसी ने 19 मई देर रात को गांव चौटाला में अनिल गक्खड़ को कार समेत पकड़ा था। एएनसी ने डैशबोर्ड में मिले एक लिफाफे में डेढ़ किलोग्राम अफीम मिलने का दावा किया था।
ट्रस्ट की जमीन को लेकर चल रहा विवाद
डीएसपी कुलदीप बैनीवाल ने बताया कि हनुमानगढ़ जंक्शन में सागरमल बैजनाथ ट्रस्ट की दुकानें हैं। जिसको लेकर विवाद चल रहा है। विवादित स्थल पर 25 दुकानें बनी हुई हैं। अनिल गक्खड़ तथा जितेंद्र कुमार की एक-एक दुकान है। 17 दुकानों का प्रधान अनिल कुमार है। जोकि दुकानों तथा ट्रस्ट की जमीन संबंधी आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है। मामला अदालत में विचाराधीन है। इसी रंजिश के चलते आरोपितों ने उसे झूठे मामले में फंसाना चाहा। वे कामयाब भी हो गए। अनिल के स्वजन एसपी सिरसा के संज्ञान में मामला लेकर आए तो उन्होंने जांच के आदेश दिए थे। जांच की गई तो सच्चाई सामने आ गई।
दुकान का लालच दिया था
डीएसपी ने बताया कि सद्दाम हुसैन तथा अनिल गक्खड़ में दोस्ती थी। जितेंद्र, हरदीप बगैरा ने हुसैन को पांच लाख या एक दुकान देने का लालच दिया। योजना अनुसार 15 मई को हुसैन ने अनिल को अस्पताल में बुलाया। पिता की बीमारी का बहाना करके अनिल की कार ले गया। हरदीप सिंह, उसके बेटे साजन तथा सरपंच नामक व्यक्ति ने स्टेपनी में पैक की हुई अफीम अनिल की कार में रख दी। 19 मई को पुन: स्वास्थ्यकर्मी ने अनिल को बुलाया। जितेंद्र सिंह बेदी उसके साथ था। पैसों का बहाना करके वे कार को चौटाला गांव में ले आए। लघुशंका का बहाना करके जितेद्र तथा सद्दाम हुसैन चले गए। हरदीप की सूचना पर एएनसी की टीम मौका पर पहुंची थी।
स्टेपनी में रखी थी डेढ़ किलो अफीम
सद्दाम हुसैन दो दिन के पुलिस रिमांड पर है। उसने बताया है कि स्टेपनी में डेढ़ किलोग्राम अफीम रखी थी। जबकि एएनसी ने कार की डैश बोर्ड से अफीम पकडऩे का दावा किया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। पुलिस कर्मचारियों की मिलीभगत उजागर हुई तो उनके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जांच में अनिल गक्खड़ निर्दोष साबित हुआ है। उसे फंसाने के लिए पूरा षडयंत्र रचा गया था। हरदीप शाहपीनी के पकड़े जाने के बाद पूरा राज खुलेगा।
-कुलदीप बैनीवाल, डीएसपी डबवाली।